हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार का सुसाइड केस देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस सबके बीच हरियाणा पुलिस के असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) संदीप कुमार ने आत्महत्या कर ली. रोहतक में साइबर सेल में तैनात एएसआई ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली.
पुलिस को घटनास्थल से तीन पन्नों का सुसाइड नोट और एक वीडियो मैसेज मिला है. सुसाइड से ठीक पहले रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो मैसेज में एएसआई ने दिवंगत अधिकारी वाई पूरन कुमार और उनके साथियों पर रिश्वतखोरी, वसूली और महिला अधिकारियों के यौन शोषण जैसे सनसनीखेज आरोप लगाए हैं.
इन आरोपों ने पिछले हफ्ते से चल रही वाई पूरन कुमार की आत्महत्या की जांच को एक नया मोड़ दे दिया है.
वीडियो में संदीप कुमार ने सीधे तौर पर वाई पूरन कुमार को बेहद भ्रष्ट अधिकारी बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि वाई पूरन कुमार ने एक व्यक्ति राव इंदरजीत को एक मामले से छुड़वाने के लिए 50 करोड़ रुपये का सौदा किया था. इसके अलावा, उन्होंने एक हत्या के मामले में भी भारी रिश्वत लेने का दावा किया.
महिला पुलिसकर्मियों का यौन शोषण का आरोप
संदीप ने आरोप लगाते हुए वीडियो में कहा कि वाई पूरन कुमार ने जातिगत राजनीति के जरिए सिस्टम को अपने पक्ष में मोड़ा, ईमानदार अधिकारियों को हटाकर अपने भ्रष्ट गिरोह को बैठाया. यह भ्रष्ट पुलिसकर्मियों का गिरोह सरकारी फाइलों में छोटे-मोटे क्लेरिकल एरर ढूंढकर अधिकारियों को बुलाता, उन्हें प्रताड़ित करता और उनसे वसूली करता था.
संदीप ने यह भी आरोप लगाया कि वाई पूरन कुमार के ये साथी महिला पुलिस अधिकारियों के साथ यौन उत्पीड़न करते थे और उन्हें ट्रांसफर की धमकी देते थे.
ASI ने अपने अनुभव का किया जिक्र
अपने अनुभव का जिक्र करते हुए संदीप ने बताया कि उन्होंने वाई पूरन कुमार का सामना किया था जब उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज हुई थी. उन्होंने दावा किया कि कुमार ने स्वीकार किया था कि उन्होंने अवैध रूप से पैसे इकट्ठे किए और उन्हें कार के डैशबोर्ड में छिपा दिया. संदीप ने IPS अधिकारी को अत्यंत घमंडी बताया जो मानते थे कि वह कुछ ही मिनटों में छूट जाएंगे.
संदीप का कहना था कि वाईएस पूरन कुमार ने तब आत्महत्या की जब उन्हें एहसास हुआ कि जांच में उनके परिवार की भी संलिप्तता उजागर हो सकती है. वीडियो में एएसआई कुमार ने कहा कि जब उन्हें (पूरन कुमार) समझ आया कि उनके परिवार की बदनामी होने वाली है, तभी उन्होंने अपने परिवार को बचाने के लिए जान दी. उन्होंने वाई पूरन कुमार की आईएएस पत्नी और पिता की संपत्तियों की जांच की भी मांग की.
वाई पूरन कुमार ने सुसाइड नोट में लगाए थे गंभीर आरोप
बता दें कि यह आरोप उस समय सामने आए हैं जब जांच एजेंसियां खुद वाई पूरन कुमार के 8 पन्नों के सुसाइड नोट की जांच कर रही हैं, जिसमें उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों, जिनमें DGP शत्रुजीत कपूर भी शामिल हैं, पर जातिगत भेदभाव और पेशेवर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. पुलिस ने आईपीएस के सुसाइड नोट के आधार पर सभी अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. वहीं हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर को लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है.