गुजरात के सूरत में गुरुवार रात एक दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई. शुरुआती जानकारी के अनुसार, ये मौतें जनरेटर से निकले धुएं की जहरीली गैस से दम घुटने के कारण हुई हैं. मृतकों की पहचान 76 साल के बालुभाई पटेल, 56 साल के सीताबेन राठौड़ और 60 साल के वेदाबेन राठौड़ के रूप में हुई है. तीनों गुरुवार रात कमरे में सो रहे थे, उसी दौरान यह हादसा हुआ.
पुलिस के अनुसार, घर में बिजली न होने के कारण जनरेटर चलाया गया था. रातभर जनरेटर का धुआं कमरे में भर गया, और जब सुबह तक कोई भी नहीं जागा, तो एक रिश्तेदार ने दरवाजा खटखटाया. कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर उसने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब दरवाजा तोड़ा, तो तीनों बेहोशी की हालत में मिले. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
इंस्पेक्टर केएल गढ़ ने बताया कि शुरुआती जांच में मौत का कारण दम घुटना माना जा रहा है, लेकिन सटीक वजह जानने के लिए शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि घटनास्थल से गैस के धुएं के संकेत मिले हैं, जिससे यह संदेह और गहरा गया है कि जनरेटर से निकली गैस मौत की वजह हो सकती है.
मृतक बालुभाई पटेल के बेटे सुनील पटेल ने पुलिस को बताया कि उनके पिता अकेले फार्महाउस पर रह रहे थे और चौकीदार की नौकरी करते थे. दो महीने पहले उनकी पत्नी का निधन हो गया था. सीताबेन और वेदाबेन रिश्तेदार थीं जो हाल ही में उन्हें मिलने आई थीं.
पुलिस अब तकनीकी विश्लेषण और फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि यह पुष्टि की जा सके कि क्या वाकई मौतों का कारण कार्बन मोनोऑक्साइड या कोई अन्य जहरीली गैस थी. घटना से गांव और आसपास के इलाके में शोक की लहर फैल गई है.