दिल्ली में नगर निगम के चुनाव सिर पर हैं और भारतीय जनता पार्टी में अंदरखाने की बगावत ने हाईकमान तक की टेंशन बढ़ा दी है. टिकट बंटवारे को लेकर दिल्ली बीजेपी में बगावत रुकने का नाम नहीं ले रही है. सोमवार को बाहरी दिल्ली के मुंडका मंडल के अध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इन लोगों ने इस्तीफे की चिट्ठी पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजी है. बीजेपी पदाधिकारियों का आरोप है कि MCD चुनाव में टिकट वितरण में गड़बड़ियां की गई हैं.
बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में आज नामांकन का आखिरी दिन है. बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने अपने सभी 250 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. आज नामांकन के आखिरी दिन बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी. अब MCD चुनाव में 4 दिसंबर को वोटिंग होगी और 7 दिसंबर को नतीजे आएंगे.
इस्तीफा में लिखा- लेन-देन करके टिकट बांट दिया
मुंडका मंडल वॉर्ड 35 के पदाधिकारियों ने जो सामूहिक इस्तीफा भेजा है, उसमें कहा है कि पार्टी ने यहां से टिकट उस शख्स को दे दिया, जिसने पार्टी के खिलाफ लगातार काम किया है. ऐसा लगता है कि प्रदेश नेतृत्व ने ना कोई सर्वे कराया और ना कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ध्यान रखा. ऐसा लगता है कि पार्टी ने परिवारवाद और लेन-देन करके टिकट का वितरण किया है. जबकि गजेंद्र सिंह क्षेत्र के लोकप्रिय और जमीन से जुड़े नेता है. उन्होंने सबके साथ मिलकर काम किया है. हम सभी कार्यकर्ता उनका गलत तरीके से टिकट काटे जाने से आहत हैं. उनके समर्थ में मंडल के सभी 56 पदाधिकारी भाजपा से अपना त्याग पत्र दे रहे हैं. अंत में शशिकांत पांडेय के हस्ताक्षर हैं. उसके नीचे बाकी पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर किए हैं.
19 नवंबर को नामांकन पत्र वापस लेने की आखिरी तारीख
नामांकन पत्र की 16 नवंबर तक स्क्रूटनी होगी. नामांकन पत्र वापसी की आखिरी तारीख 19 नवंबर होगी. दिल्ली में विधानसभा 70 सीटें हैं. लेकिन, 2 सीटों चुनाव नहीं होंगे. ऐसे में 68 विधानसभा सीटों पर होंगे, इनमें 250 वार्ड हैं. यहां इलेक्शन करवाए जा रहे हैं. पिछली बार की तरह ईवीएम का यूज किया जाएगा. 50 हजार से ज्यादा ईवीएम रखी गई हैं. सबसे पहले मॉक पोल होगा. नोटा का इस्तेमाल होगा.
वोटर की सुविधा के लिए फोटोग्राफ युक्त आईडी कार्ड दिखाना होगा. चुनाव में एक लाख से ज्यादा कर्मचारियों की तैनाती होगी. इनमें पुलिस भी शामिल होगी. उन्होंने बताया कि चुनाव में 250 एआरओ होंगे. 2 हजार सेक्टर मजिस्ट्रेट होंगे. 68 जनरल ऑब्जर्वर तैनात होंगे. दिल्ली में आचार संहिता लागू है. लगातार नियमों की निगरानी की जा रही है. मॉडल बुक ऑफ कंडक्ट की एक बुकलेट जारी की गई है, जिसमें सारे प्रावधानों का उल्लेख है. लाउडस्पीकर पर रोक रहेगी, इसके लिए परमीशन लेनी होगी.