
भारतीय रेलवे की गौरवशाली धरोहर में शामिल ऐतिहासिक राष्ट्रपति सैलून अब आम जनता के लिए प्रदर्शित किया जा रहा है. राष्ट्रीय रेल संग्रहालय, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली में इस विशेष प्रदर्शनी का अनावरण मंगलवार को रेलवे बोर्ड की कार्यकारी निदेशक (विरासत) आशिमा मेहरोत्रा के मुख्य आतिथ्य में हुआ. इस अवसर पर राष्ट्रीय रेल संग्रहालय के निदेशक दिनेश कुमार गोयल भी उपस्थित रहे.
यह प्रदर्शनी 19 अगस्त से 24 अगस्त 2025 तक आगंतुकों के लिए खुली रहेगी. इसका उद्देश्य भारतीय गणराज्य के राष्ट्रपतियों द्वारा राजकीय यात्राओं के दौरान उपयोग किए जाने वाले राष्ट्रपति सैलून की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से आम जनता को परिचित कराना है.

राष्ट्रपति सैलून का इतिहास
भारतीय रेलवे का राष्ट्रपति सैलून एक विशेष कोच है, जिसे भारत के राष्ट्रपतियों की राजकीय यात्राओं के लिए तैयार किया गया था. यह केवल एक साधारण रेल डिब्बा नहीं, बल्कि आधुनिक सुविधाओं और पारंपरिक शिल्प का संगम है. इस सैलून में सुरक्षा, सुविधा और गरिमा का विशेष ध्यान रखा गया, जिससे राष्ट्रपति अपने आधिकारिक दौरों के दौरान आराम और कार्य दोनों कर सकें.
प्रदर्शनी की खासियत
प्रदर्शनी में न केवल राष्ट्रपति सैलून को देखा जा सकता है, बल्कि इसके इतिहास, निर्माण, यात्राओं और इससे जुड़ी कहानियों को भी विस्तार से प्रस्तुत किया गया है. इसमें मल्टीमीडिया प्रस्तुति और पुरानी तस्वीरों के माध्यम से बताया जा रहा है कि किस तरह यह सैलून देश की राजनीतिक और प्रशासनिक यात्रा का अहम हिस्सा रहा है.