दिल्ली पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. पिछले 4 दिनों में दिल्ली पुलिस अब तक 7000 लोगों के चालान काट चुकी है. इस आंकड़े में काटे गए चलानों की सबसे बड़ी तादाद दक्षिण दिल्ली की है.
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक इस आंकड़े का 30 प्रतिशत भाग सिर्फ महिलाओं का था. दिल्ली पुलिस अपनी नजर मार्किट, मेट्रो, बस स्टैण्ड पर बनाए रखे हुए है, जहां पर सबसे ज्यादा सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान ना करने वाले नियम को तोड़ा जाता है. शैक्षिक संस्थानों पर भी पुलिस ने अपनी टीम पर तैनात किया था.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक उन्होंने 95 प्रतिशत चालान सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने वालों लोगों पर लगाया तो वहीं 5 प्रतिशत चालान तम्बाकू बेचने वाले दुकानदारों पर भी लगाया. साउथ ईस्ट के डीसीपी चिनमॉय बिस्वाल ने कहा कि हम चालान काटने के साथ लोगों को धूम्रपान से होने वाली बिमारियों से भी अवगत करा रहे हैं. हमने एक व्यक्ति का चलान एक ही जगह से 3 बार भी काटा.
आंकड़ा कुछ ऐसा था.
डिफेंस कॉलोनी 410
ओखला 404
ग्रटर कैलाश 396
लाजपत नगर 345
सरिता विहार 317
हज़रत निजामुद्दीन 315
मेहरौली 296
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने साउथ दिल्ली में अपनी 20 टीम को तैनात किया. आंकड़ों के मुताबिक जारी किए चालानों में 50 प्रतिशत चालान 18 से 30 वर्ष तक के लोगों का था.
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि यह चालान सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों पर ही नहीं बल्कि खुले में शराब पीने वालों पर भी जारी किया गया. हम यह चालान सिगरेट और तम्बाकू के अन्य उत्पाद (COTPA) की धारा 4 और 6 के अंतर्गत जारी कर रहे हैं. साथ ही साथ सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने से दूसरे लोगों को होने वाले नुकसान से भी अवगत करा रहे हैं.
बता दें कि हॉस्पिटल के 100 मीटर बाहर तक तम्बाकू को बेचना बैन है. इसके बावजूद भी दिल्ली पुलिस की टीम ने यहां पर दुकानदारों के खिलाफ चालान जारी किया.