दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2015 से दिल्ली में प्रदूषण लगातार कम हो रहा है. सबकी मेहनत और सहयोग रंग लाया. सबको बधाई. अब प्रदूषण को आगे नहीं बढ़ने देना है, बल्कि इसे कम करने पर जोर देना है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि नवंबर में पड़ोसी राज्यों से पराली जलने का धुआं आएगा, हमने उसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी है. इसका पूरा प्लान आपसे जल्द शेयर करेंगे. इसमें भी आप सबका सहयोग चाहिए.
2015 से दिल्ली में प्रदूषण लगातार कम हो रहा है।सबकी मेहनत और सहयोग रंग लाया।सबको बधाई
अब इसे बढ़ने नहीं देना।और कम करना है
नवंबर में पड़ोसी राज्यों से पराली जलने का धुआँ आएगा,हमने उसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी। इसका पूरा प्लान आपसे जल्द साँझा करेंगे।इसमें भी आप सबका सहयोग चाहिए pic.twitter.com/ddtRf1PTbN
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 31, 2019
बता दें कि दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर है. बीते करीब एक दशक में वायु प्रदूषण में करीब 25 फीसदी की गिरावट आई है. हालांकि, इसका स्तर अब भी मानक से 65 फीसदी ज्यादा है. यह खुलासा सेंटर फॉर साइंस एंड एनवॉयरमेंट (सीएसई) ने किया है. साथ ही, उसने बेहतर आबोहवा के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार के सख्त उठाने की जरूरत भी बताई है.
सीएसई ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से संसद में पेश वायु प्रदूषण के आंकड़ों का अध्ययन किया है. शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक इसमें बताया गया है कि कि हवा में धूल के महीन कणों पीएम 2.5 की औसत मात्रा 2012-2014 की तुलना में 2016-18 में 25 फीसदी कम रही.