दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के कुछ दिनों बाद उनके एक कार्यक्रम में फिर हंगामा देखने को मिला. एक व्यक्ति ने वहां नारेबाजी की, जिसे पुलिस ने तुरंत हिरासत में ले लिया. पुलिस के अनुसार ये शख्स दिल्ली के गांधीनगर स्थित अजीत नगर का रहने वाला 60 वर्षीय प्रवीण शर्मा है. प्रवीण टीवी केबल का कारोबार करता है और खुद को पिछले 40 साल से भाजपा कार्यकर्ता बताता है. प्रवीण शर्मा ने उस वक्त नारेबाजी की, जब विधायक अरविंदर सिंह लवली जनता को संबोधित कर रहे थे. आरोपी शख्स ने लवली के खिलाफ नारेबाजी की. पुलिस ने बताया कि प्रवीण शर्मा कथित तौर पर अपनी आवाज मुख्यमंत्री तक पहुंचाना चाहता था.
प्रवीण शर्मा एक गली में बैरिकेड्स के पीछे था, और पुलिस ने आरोपी को तुरंत पकड़ लिया और मौके से हटा दिया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी समय वीआईपी की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगी.
ये घटनाक्रम तब हुआ, जब कुछ दिन पहले ही सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जनसभा के दौरान सीएम रेखा गुप्ता पर हमला किया गया था. अधिकारियों के अनुसार आरोपी राजेश भाई खिमजी सकारिया ने पहले मुख्यमंत्री को कुछ कागज़ दिए और फिर अचानक चिल्लाने-चिल्लाने लगा और उन पर हमला कर दिया, हालांकि उसे तुरंत काबू में कर लिया गया और गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि राजेश सकारिया का एक रिश्तेदार जेल में बंद है और वह उसकी रिहाई की गुहार लेकर आया था. यह मामला इस समय अदालत में विचाराधीन है. परिवारवालों ने भी उसके पृष्ठभूमि की जानकारी दी है. चश्मदीदों का कहना है कि पुलिस के हिरासत में लेने से पहले वहां मौजूद लोगों ने आरोपी को पीटा था.
सीएम रेखा गुप्ता पर हमले की इस घटना के अगले ही दिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा की समीक्षा कर उसे और मज़बूत कर दिया. अब उन्हें ‘Z श्रेणी’ की सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी. यह सुरक्षा सीआरपीएफ की वीआईपी प्रोटेक्शन यूनिट द्वारा दी जाएगी, जो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गांधी परिवार की भी सुरक्षा करती है.