छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सरकंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत राजकिशोर नगर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है. यहां NEET की तैयारी कर रहे युवक संस्कार सिंह ने अपने घर के कमरे में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. घटना के समय युवक अपने कमरे में था. परिजनों ने कमरे से गोली चलने की आवाज सुनी, लेकिन जब तक वे पहुंचे, तब तक संस्कार सिंह की मौके पर ही मौत हो चुकी थी.
डिप्रेशन बनी आत्महत्या की वजह?
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, संस्कार सिंह पिछले कुछ समय से मानसिक दबाव और डिप्रेशन में थे. परिजनों ने बताया कि छात्र NEET की तैयारी में व्यस्त था और लगातार तनाव का सामना कर रहा था. पुलिस सूत्रों का कहना है कि मानसिक दबाव और परीक्षा की चिंता को आत्महत्या का मुख्य कारण माना जा रहा है.
सरकंडा थाना की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. उन्होंने कमरे में फोरेंसिक और आवश्यक सबूत जुटाए. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. टीआई सरकंडा, नीलेश पाण्डेय ने बताया कि पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है और शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही आत्महत्या के कारणों का स्पष्ट पता चलेगा.
परीक्षा का दबाव और डिप्रेशन
युवक की आत्महत्या की खबर ने परिवार और मोहल्ले में शोक की लहर फैला दी है. पड़ोसियों और मित्रों ने बताया कि संस्कार एक होशियार और मेहनती छात्र था, लेकिन हाल के महीनों में वह मानसिक रूप से परेशान दिखाई देता था. इस घटना ने परीक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के दबाव को लेकर चेतावनी भी दी है.
मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञों का कहना है कि परीक्षा के तनाव और मानसिक दबाव को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. परिवार और मित्रों को छात्रों की मानसिक स्थिति पर ध्यान देना चाहिए और आवश्यक होने पर समय पर मानसिक स्वास्थ्य सलाहकार से संपर्क करना चाहिए. बिलासपुर में यह घटना परीक्षा के दबाव में फंसे युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रश्न उठाती है और समाज में जागरूकता की आवश्यकता को सामने लाती है.