विश्वविद्यालय में हंगामा
जानकारी के अनुसार इस दौरान पुलिसिया लाठीचार्ज में कई छात्र जख्मी हो गए. इस भारी हंगामे और लाठीचार्ज के बीच एक पुलिस के एसआई को भी चोटें लगी हैं जिनका स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं छात्रों पर लाठीचार्ज की खबर सुनते ही अन्य कई छात्र संगठन के नेताओं ने विश्वविद्यालय में पहुंचकर हंगामा किया. उन लोगों ने सिनेट बैठक में भाग लेने आए सदस्यों की गाड़ी को निशाना बनाया और उनके वाहनों में तोड़फोड़ की.
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में 637.27 करोड़ के घाटे के बजट पर चर्चा करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सीनेट की बैठक आयोजित की थी. कई अहम मुद्दों पर चर्चा साथ ही विश्वविद्यालय के अंदर और विकास करने के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए बैठक आयोजित की गई थी. इसको लेकर छात्र संगठन के नेताओं ने आपत्ति जताते हुए विरोध किया है.
विश्वविद्यालय के प्रशासनिक चूक
इस मामले में छात्रों का कहना है कि सीनेट की बैठक में जो बजट पेश किया जा रहा है वह घाटे का बजट नहीं था. विश्वविद्यालय के प्रशासनिक चूक की वजह से यह अनियमितता हुई है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने जानबूझकर महाराजा कॉलेज को निजी कॉलेज के साथ टैग किया गया है.
छात्रों का कहना है कि छात्रों की संख्या के अनुसार छात्रावास का निर्माण नहीं हो पा रहा है. कोर्स ड्यूरेशन के साथ-साथ सभी कॉलेज में पुस्तकालय और मूलभूत सुविधा को लेकर सीनेट बैठक में बात उठाने लेकर हम सभी छात्र संगठन के लोग विरोध दर्ज करा रहे थे. तभी विश्वविद्यालय प्रशासन के इशारे पर पुलिस ने आंदोलन कर रहे छात्रों पर बर्बरता से लाठीचार्ज की.
जबकि घायल एसआई का कहना है कि वो लोग हंगामा कर रहे छात्रों को नियंत्रण करने के लिए पीछे की ओर कर रहे थे. तभी कुछ छात्रों ने उन पर हमला बोल दिया. इस हमले में वह इस घटना में जख्मी हो. हंगामा और लाठी चार्ज की घटना के बाद अभी भी विश्विद्यालय के अंदर कई छात्र संगठन के लोग नाराजगी जताते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.