बिहार के पटना में निर्दलीय विधायक (MLC) महेश्वर सिंह नें बिना किसी का नाम लिए रामचरितमानस पर सवाल उठाने वालों पर टिप्पणी की है. एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महेश्वर सिंह ने कहा कि रामचरितमानस पर बैन लगाने की मांग करने वाले किन्नर (हिजड़े) हैं. जिनको मानस के बार में ज्ञान नहीं है वो ऐसा बोल रहे हैं.
मानस हमें संस्कार सिखाती है
विधायक ने कहा कि मानस हमें रिश्तों के बारे में बताती है. मानस हमें संस्कार सिखाती है. इसके खिलाफ बोलने वाले लोगों को सजा मिलनी चाहिए. हम सबको साथ लेकर चलने वाले लोग हैं.
बिहार और यूपी में दो नेताओं ने उठाए सवाल
महेश्वर सिंह ये बयान उस वक्त आया है जब बिहार और यूपी में दो नेताओं ने रामचरितमानस पर सवाल उठाए हैं. बीते दिन समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर कहा था कि कई करोड़ लोग मानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है.
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बयान
इससे पहले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में कहा था, "मनुस्मृति में समाज की 85 फीसदी आबादी वाले बड़े तबके के खिलाफ गालियां दी गईं. रामचरितमानस के उत्तरकांड में लिखा है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं."
यह नफरत को बोने वाले ग्रंथ हैं
आगे कहा, "यह नफरत को बोने वाले ग्रंथ हैं. एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस, तीसरे युग में गुरु गोलवलकर का बंच ऑफ थॉट. ये सभी देश व समाज को नफरत में बांटते हैं. नफरत देश को कभी महान नहीं बनाएगी. देश को महान केवल मोहब्बत बनाएगी."
बिहार से लेकर यूपी तक घमासान
अब मानस पर इन दोनों नेताओं की बयानबाजी से बिहार से लेकर यूपी तक घमासान मचा हुआ है. बीजेपी और हिंदू संगठन आगबबूला हैं. बीजेपी इसे हिंदू धार्मिक ग्रंथ और हिंदू धर्म का अपमान बता रही है. बिहार में आरजेडी को घेर रही है तो यूपी में सपा पर सवाल खड़े कर रही है.