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BSSC के चेयरमैन ने घोटाले में नेताओं की मिलीभगत की बात का किया खुलासा

बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार ने आयोग में नौकरी को लेकर हुए घोटाले में बड़े-बड़े राजनेताओं के शामिल होने की बात का खुलासा किया है. सुधीर कुमार ने इस बात को कबूला है कि सेटिंग के जरिए नौकरी दिलाने के लिए उनके पास लगातार बड़े-बड़े राजनेताओं की पैरवी और फोन कॉल आया करते थे.

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बिहार एसएससी के चेयरमैन सुधीर कुमार
बिहार एसएससी के चेयरमैन सुधीर कुमार

बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार ने आयोग में नौकरी को लेकर हुए घोटाले में बड़े-बड़े राजनेताओं के शामिल होने की बात का खुलासा किया है. सुधीर कुमार ने इस बात को कबूला है कि सेटिंग के जरिए नौकरी दिलाने के लिए उनके पास लगातार बड़े-बड़े राजनेताओं की पैरवी और फोन कॉल आया करते थे.

कुमार ने इस बात का भी खुलासा किया कि कई बार तो राजनेता उनके ऑफिस में आकर रिश्तेदार और परिवार वालों को नौकरी दिलाने के लिए पैरवी किया करते थे. पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुधीर कुमार ने कहा कि बिहार सरकार में जिस किसी को भी आयोग के जरिए नौकरी मिलती है वह सिर्फ पैरवी के जरिए ही दिलाई जाती है.

सुधीर कुमार का कहना था कि कई बार तो राजनेता पैरवी करने के लिए उनके मोबाइल फोन पर sms किया करते थे. इन सब बातों से परेशान सुधीर कुमार ने कहा कि अगर वह राजनेताओं की बात नहीं सुनते तो उनको उन सब की नाराजगी झेलनी पड़ती थी.

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सूत्रों के मुताबिक बिहार कर्मचारी चयन आयोग के सचिव परमेश्वर राम, जिनको कि पुलिस ने दो दिन पहले ही इस पूरे घोटाले में गिरफ्तार कर लिया है, ने एसआईटी के सामने इस बात का खुलासा किया है पूरे गोरखधंधे में कई मंत्री और विधायक भी शामिल थे. जांच अधिकारियों ने परमेश्वर राम के मोबाइल पर राजनेताओं के पैरवी वाले sms का पता लगा लिया है.

परमेश्वर राम से पूछताछ के दौरान इस बात का भी खुलासा हुआ है कि प्रत्येक परीक्षार्थी को परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र दिलाने के बदले उनसे 5 - 6 लाख रुपए लिए जाता था. बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने इस पूरे घोटाले को लेकर आरोप लगाया है कि आयोग के अधिकारियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद संरक्षण हासिल है. मोदी ने कहा कि एक निजी स्कूल का डायरेक्टर रामाशीष सिंह, इसको भी पुलिस ने इस पूरे घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया है, का लालू प्रसाद के साथ करीबी रिश्ता है.

मोदी ने कहा कि चारा घोटाले के एक केस में रामाशीष सिंह ने ही लालू का बेल कराया था. मोदी ने मांग की कि इस पूरे घोटाले को लेकर एसआईटी की टीम को लालू प्रसाद से भी पूछताछ करनी चाहिए. वहीं दूसरी ओर इस पूरे घोटाले की निष्पक्ष जांच कराने के लिए पटना हाईकोर्ट में भी एक जनहित याचिका दाखिल किए गई है और मांग की गई है कि पूरे मामले की सीबीआई या न्यायिक जांच कराई जाए.

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