बिहार के किशनगंज के थानेदार अश्वनी कुमार की मौत के बाद अब उनकी मां ने भी दम तोड़ दिया है. वह अपने बेटे की मौत से गहरे सदमे में थीं. रविवार को दोपहर दो बजे मां और बेटे का अंतिम संस्कार किया जाएगा. अश्वनी कुमार बंगाल में एक अपराधी को पकड़ने गए थे. जहां भीड़ ने उनपर हमला कर दिया था.
जनाकारी के मुताबिक अश्वनी कुमार हाल ही में बंगाल के पनतापारा गांव में एक अपराधी को पकड़ने पहुंचे थे. यहां पहुंचने पर थाना प्रभारी ने कहा कि ओडीओ उनके साथ जाएगा. इसके बाद अश्वनी से ओडीओ ने बोला कि आप जाइए, हम आते हैं. ऐसे में अश्वनी कुमार गांव अकेले ही पहुंच गए. इसके बाद गांव वालों ने लाठी, डंडे और पत्थर से पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी थी.
मामला सामने आने के बाद किशनगंज के एसपी कुमार आशीष ने सर्किल इंस्पेक्टर समेत 7 अन्य पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था. इन लोगों को अश्वनी कुमार को भीड़ के बीच अकेला छोड़ने के आरोप में यह कार्रवाई की गई है. इस मामले पर पूर्णिया रेंज के आईजी ने बताया कि वो (अश्वनी कुमार) एक बाइक चोरी के मामले में छापेमारी करने पहुंचे थे. इस पूरे मामले के सामने आने के बाद बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने पीड़ित परिवार को केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तरफ से 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग की है.
(इनपुट- संतोष)