scorecardresearch
 

बिहारः गोपलगंज के सिधवलिया थाने में भरा बाढ़ का पानी

सिधवलिया थाना परिसर में इतना पानी है कि पुलिस अधिकारियों को नाव से आना-जाना पड़ रहा है. नाव की मौजूदगी ही पुलिस का आजकल सहारा है.

Advertisement
X
बाढ़ प्रभावित गोपालगंज में दवा का वितरण करते डॉक्टर (फोटो-PTI)
बाढ़ प्रभावित गोपालगंज में दवा का वितरण करते डॉक्टर (फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सारण तटबंध टूटने से सिधवलिया में पानी ही पानी
  • भारत सुगर मिल्स में 5 से 3 फीट तक लगा पानी

बिहार में सारण तटबंध के टूटने से बाढ़ के पानी का सैलाब अभी भी चारों तरफ बना हुआ है. नए नए क्षेत्रों को ये पानी प्रभावित कर रहा है. सिधवलिया प्रखंड के प्रायः सभी पंचायत को बाढ़ के पानी ने अपनी चपेट में ले लिया है. 

सिधवलिया थाना परिसर में इतना पानी है कि पुलिस अधिकारियों को नाव से आना-जाना पड़ रहा है. नाव की मौजूदगी ही पुलिस का आजकल सहारा है. वहीं जब्त वाहन बाढ़ के पानी में डूबे पड़े हैं. सड़कों पर 3 से 5 फीट पानी का बहाव लोगों के लिए समस्या का सबब बना हुआ है. 


बिहार: तीन-चार दिन में बारिश की संभावना, CM नीतीश ने किया दरभंगा का हवाई सर्वेक्षण

दूसरी तरफ, सिधवलिया के भारत सुगर मिल्स के परिसर में 5 से 3 फीट तक बाढ़ का पानी होने से फैक्ट्री को काफी नुकसान हुआ है.कर्मियों को पानी में ही चलकर ड्यूटी करनी पड़ रही है. सिधवलिया चीनी मिल्स, गोपालगंज के राकेश कुमार सिंह बताया कि 25 जुलाई को चीनी मिल्स में बाढ़ का पानी आ गया था. उसी समय से सभी बेहाल हैं. यह पानी कहीं 5 फीट तो कहीं 4 फीट है. ग्राउंड फ्लोर में जितने कर्मी रहते थे, उन्हें छत पर टेंट डालकर रखा गया है. कंपनी सभी को दोनों वक्त का भोजन मुहैया करा रही है.

Advertisement

बिहार में बाढ़ से हाहाकार, 1000 से ज्यादा गांव डूबे, जानिए किन इलाकों में खतरा बरकरार

आलम यह है कि बाढ़ प्रभावित लोगों को मजबूरी में सिधवलिया रेलवे स्टेशन पर अपना आशियाना बना कर गुजर करना पड़ रहा है.जगह की कमी होने की वजह से रेल पटरी के किनारे प्लास्टिक डालकर आशियाने जान की बाजी लगाकर बनाये गए हैं जबकि
प्रशासनिक स्तर पर व्यवस्था नगण्य है.

Advertisement
Advertisement