क्या कभी ऐसा हुआ है कि आप किसी का नाम याद करने की कोशिश करें और जुबान पर आकर भी याद न आए? या फिर बार-बार चीजें भूल जाएं? ऐसा सबके साथ होता है, लेकिन अगर ये बातें बढ़ती उम्र के साथ ज्यादा होने लगे, तो ये दिमाग की सेहत से जुड़ी चेतावनी हो सकती है. आजकल दुनिया की भागदौड़ भरी जिंदगी में डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियां बढ़ती जा रही हैं. ये बीमारियां न सिर्फ याददाश्त को कमजोर करती हैं, बल्कि सोचने, ध्यान लगाने और खुद से काम करने की क्षमता पर भी असर डालती है.
दिमाग की सेहत ठीक करने के लिए यूं तो बाजार में बहुत सी दवाएं मौजूद हैं, जो बहुत महंगी हैं. लेकिन अच्छी बात ये है कि साइंटिस्ट्स ने इसके लिए एक आसान और असरदार उपाय बताया है. वो क्या है? वो विटामिन बी है. खासकर बी6, बी9 (फोलेट) और बी12, जो आपके दिमाग को लंबे समय तक तेज और एक्टिव रखने में मदद करते हैं.
क्या कहती है रिसर्च?
2011 से 2014 के बीच राष्ट्रीय स्वास्थ्य और पोषण परीक्षा सर्वेक्षण (NHANES) द्वारा किए गए एक बड़े सर्वे में ये देखा गया कि विटामिन बी बढ़ती उम्र के लोगों के दिमाग की सेहत पर कैसे असर डालता है. इसमें 2,400 से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया था ताकि देखा जा सके कि विटामिन बी का दिमाग पर क्या असर पड़ता है. रिसर्च में लोगों के सोचने, याद रखने और ध्यान देने की क्षमता को तीन अलग-अलग टेस्ट्स के जरिए परखा गया.
रिसर्च में पाया गया कि जिन लोगों ने विटामिन बी9 और बी12 की पर्याप्त मात्रा ली थी, उनमें याददाश्त या सोचने में कमी आने का खतरा लगभग 30% कम था. वहीं विटामिन बी6 का संबंध तेज सोच और बेहतर ध्यान केंद्रित करने से पाया गया.
इस रिसर्च से पता चला कि विटामिन बी9 (फोलेट) और विटामिन बी12 का पर्याप्त सेवन याददाश्त कमजोर होने और सोचने की शक्ति घटने से बचा सकता है. ये दोनों विटामिन उम्र बढ़ने पर दिमाग में आने वाले बदलावों को धीमा करने में मदद करते हैं और उसे एक्टिव रखते हैं. वहीं विटामिन बी6 ध्यान लगाने, फोकस बनाए रखने और तेज सोचने की क्षमता बढ़ाने में काम आता है. ये दिमाग की रफ्तार और स्पष्टता बनाए रखता है, जिससे आप काम आसानी और फुर्ती से कर पाते हैं.
दिमाग के लिए क्यों जरूरी है विटामिन बी?
1. दिमाग को नुकसान से बचाता है: ये शरीर में होमोसिस्टीन नाम के हानिकारक तत्व को कंट्रोल करता है. अगर होमोसिस्टीन ज्यादा बढ़ जाए तो दिमागी सेल्स को नुकसान पहुंचा सकता है.
2. मूड और याददाश्त के लिए बनाता है जरूरी केमिकल्स: बी-विटामिंस सेरोटोनिन, डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर बनाने में मदद करते हैं. ये वही केमिकल्स हैं जो मूड, नींद और याददाश्त को बेहतर रखते हैं.
3. नसों को मजबूत रखते हैं: विटामिन बी12 हमारी नसों के चारों ओर मौजूद सुरक्षा परत (माइलिन) को मजबूत रखता है. इससे दिमाग जल्दी काम करता है और आपकी सोचने-समझने की क्षमता ठीक बनी रहती है.
विटामिन बी के बेस्ट सोर्स:
विटामिन बी6: विटामिन बी6 मछली, आलू, केले, और बी-विटामिन से भरपूर अनाज में पाया जाता है.
विटामिन बी9 (फोलेट): हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, ड्राई फ्रूट्स और बी-विटामिन फोर्टिफाइड फूड्स खाकर आप विटामिन बी9 पा सकते हैं.
विटामिन बी12: अंडे, दूध, दही, मांस और मछली जैसे फूड्स खाकर आप विटामिन बी12 की कमी पूरी कर सकते हैं.