HMPV virus in India: सर्दी-जुकाम या खांसी-बुखार जैसी दिक्कतों को हम लोग अक्सर आम समझने की गलती कर बैठते हैं. बच्चों में खासतौर पर इन बीमारियों को घरों में माता-पिता हल्के में ले लेते हैं. एक स्टडी में बताया गया है कि इन लक्षणों के पीछे कभी-कभी खतरनाक वायरस भी हो सकता है. ऐसे ही एक वायरस ह्यूमन मेटा-न्यूमोवायरस (HMPV) ने इस साल भारत में बच्चों पर सबसे ज्यादा असर किया.
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक रेस्पिरेटरी बीमारी है जो हवा के जरिए तेजी से फैल सकती है जिसकी वजह से बेहद खतरनाक साबित हो सकती है.इसमें बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, आमतौर पर लोग इसे सर्दी-जुकाम समझकर नजरअंदाज कर देते हैं.
एक्सपर्ट का कहना है कि भले ही HMPV कोई नया वायरस नहीं है, लेकिन बच्चों में इसके केस बढ़ रहे हैं. ये गंभीर सांस लेने जरिए फैलने वाली बीमारी के तौर पर उभर रहा है, इसलिए इसकी समय पर पहचान और बचाव बहुत जरूरी है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और तमिलनाडु हेल्थ डिपार्टमेंट के रिसर्चर्स ने कहा है कि इस नए वायरस को समझने के लिए सर्विलांस सिस्टम को मजबूत बनाना जरूरी है. इससे न सिर्फ बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है बल्कि पब्लिक हेल्थ पॉलिसी बनाने में भी मदद मिलेगी.