अरावली को लेकर हो रही चर्चा के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल है जिसमें लोगों का बड़ा हुजूम नजर आ रहा है. वीडियो किसी पहाड़ी इलाके का है.
दावा किया जा रहा है कि ये लोग अरावली बचाओ आंदोलन के लिए इकट्ठा हुए हैं.
इस दावे के साथ वीडियो को कई लोग शेयर कर चुके हैं.
दरअसल, सोशल मीडिया पर इस समय अरावली का मुद्दा छाया हुआ है. 650 किलोमीटर में फैली अरावली की वही हरी-भरी पहाड़ियां जो दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के कई हिस्सों को थार रेगिस्तान की तपन से बचाती हैं.
कारण है सुप्रीम कोर्ट का 20 नवंबर को दिया गया वो फैसला जिसमें न्यायालय ने पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से दी गई अरावली की नई परिभाषा को स्वीकार कर लिया है. नई परिभाषा में कहा गया है कि अरावली क्षेत्र में उन पहाड़ियों को अरावली माना जाएगा, जो 100 मीटर या उससे ऊपर हैं.
विरोध का कारण ये है कि नई परिभाषा के तहत वर्तमान अरावली का करीब 90 फीसदी क्षेत्र अरावली से बाहर हो जाएगा. अब अगर यहां माइनिंग या कोई निर्माण होता है तो ये पहाड़ियां नष्ट की जा सकती हैं. काफी सारे लोगों में डर है कि अगर ऐसा हुआ तो इन पहाड़ियां का ज्यादातर हिस्सा गायब हो जाएगा जिसके चलते लोगों को कई समस्याएं झेलनी पड़ेंगी.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि इस वीडियो का अरावली को लेकर चल रहे प्रदर्शनों से कोई संबंध नहीं है. ये अगस्त में राजस्थान के करौली में कुश्ती दंगल देखने के लिए जमा हुई भीड़ का वीडियो है.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें यूट्यूब पर दंगल के कई वीडियो मिले. इनमें से ‘JAGAT TAK NEWS’ नाम के चैनल का वीडियो, वायरल वीडियो से मेल खाता है. वीडियो के टाइटल में बताया गया है कि ये करौली जिले में आने वाले टोडाभीम के करीरी गाजीपुर में हुए दंगल का वीडियो है. वीडियो 31 अगस्त, 2025 को अपलोड किया गया था.
इसमें वैसी ही बैठी भीड़ और इमारतों पर लगे पोस्टर देखे जा सकते हैं जैसे कि वायरल वीडियो में हैं.
ये वीडियो 31 अगस्त को एक इंस्टाग्राम यूजर ने भी शेयर किया था. यहां भी इसे करीरी में हुए दंगल का बताया गया है. जाहिर है, उस समय अरावली का मुद्दा इतना गर्माया नहीं था.
खबरों में बताया गया है कि करीरी गांव में हर साल भैरव बाबा के लक्खी मेले में इस दंगल का आयोजन होता है. इस दंगल में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के पहलवान आते हैं. इसे राजस्थान का सबसे बड़ा दंगल माना जाता है. ये आकर्षण का केंद्र होता है क्योंकि मुकाबला चारों तरफ पहाड़ों से घिरे मैदान में होता है और पहाड़ों पर बैठ कर भीड़ इसे देखती है.
यहां ये स्पष्ट हो जाता है कि वीडियो इसी दंगल का है, न कि अरावली आंदोलन का. हालांकि, अरावली को लेकर भी कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. इन प्रदर्शनों में लोग ‘सेव अरावली’ और स्टैंड फॉर अरावली’ के पोस्टर लेकर नारेबाजी कर रहे हैं.