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फैक्ट चेक: बुर्काधारी पुरुष का ये वीडियो पाकिस्तान का है, नहीं है लोकसभा चुनाव से कोई संबंध

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसे शेयर करते हुए यूजर्स लिख रहे हैं कि सलमा नगमा आदि को बुर्का पहनाकर फर्जी वोट करवाया जाता रहा है. इस बार सख्ती है. तो ऐसे बहुत सी फर्जी वोटिंग के लिए आ रही ख्वातीन पकड़ी जा रही हैं. हालांकि इस वीडियो की हकीकत कुछ और ही है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
लोकसभा चुनावों में बुर्का पहनकर फर्जी वोटिंग कर रहा एक मुस्लिम आदमी पकड़ा गया.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो पाकिस्तान का है. पिछले साल जून में ये वायरल हुआ था. इसका भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है.

“बुर्के में रहने दो बुर्का ना हटाओ, बुर्का जो हट गया तो भेद खुल जाएगा”- चुनावी हलचल के बीच इस कैप्शन के साथ एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. वीडियो के जरिए ये कहने की कोशिश की जा रही है कि  लोकसभा चुनावों में बुर्का पहनकर फर्जी वोटिंग कर रहा एक मुस्लिम आदमी पकड़ा गया.

वीडियो किसी पुलिस स्टेशन का लग रहा है, जहां वर्दी पहने एक आदमी को एक व्‍यक्ति के चेहरे से बुर्का हटाते देखा जा सकता है. जब बुर्का हट जाता है तो उसके पीछे से दाढ़ी-मूछों वाला आदमी निकलता है.

इस वीडियो को शेयर करते हुए यूजर्स लिख रहे हैं, “सलमा नगमा आदि को बुर्का पहनाकर फर्जी वोट करवाया जाता रहा है. इस बार सख्ती है. तो ऐसे बहुत सी फर्जी वोटिंग के लिए आ रही ख्वातीन पकड़ी जा रही हैं. ख़्वातीनो सुनो, फर्जी वोटिंग करने की बहुत कड़ी सजा हैं”. 

बुर्काधारी आदमी को पकड़ने के लिए वीडियो में दिख रहे कथित पुलिस अफसर की तारीफ की जा रही है.

 

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो पाकिस्तान का है और पुराना है. इसका भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव में कोई संबंध नहीं है.

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कैसे पता की सच्चाई?

वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो एक पाकिस्तानी फेसबुक पेज पर मिला. यहां इसे 18 जून 2023 को पोस्ट किया गया था. यहां अपलोड किया गया वीडियो बेहतर क्वालिटी का है. इस वीडिय में दीवार पर एक लोगो है जिसपर "Capital City Police Lahore" लिखा दिख है. ये लोगो लाहौर सिटी पुलिस के लोगो से मेल खाता है. 

वीडियो में जो सिपाही दिख रहा है उसकी बाजू पर पाकिस्तान का झंडा भी नजर आता है. सिपाही की वर्दी भी लाहौर पुलिस की वर्दी से मिल रही है. पीछे दीवार पर एक बोर्ड लगा है जिसमें उर्दू लिखी दिख रही है.

इससे यही समझ आता है कि वीडियो पाकिस्तान के लाहौर के किसी थाने का है. जून 2023 में पाकिस्तान की पत्रकार आरजू काजमी ने भी इसे शेयर किया था. 19 जून 2023 को छपी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ये वीडियो लाहौर के जमन पार्क नाम के किसी इलाके का है. 

हालांकि हमें ये पता नहीं चल पाया कि वीडियो के पीछे की कहानी क्या और ये लाहौर के किस थाने का है. इसे लेकर हमनें लाहौर पुलिस से संपर्क भी किया है. अगर उनका जवाब आता है तो उसे खबर में अपडेट कर दिया जाएगा. लेकिन ये बात यहां स्पष्ट हो जाती है कि पाकिस्तान के लगभग एक साल पुराने वीडियो को भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव का बता कर भ्रम फैलाया जा रहा है.

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अपडेट: पाकिस्तान की फैक्ट चेकिंग मीडिया संस्था "सोच फैक्ट चेक" की मदद से हमें पता चला कि लाहौर पुलिस के एक दूसरे एक्स हैंडल से इस वीडियो के बारे में 18 जून 2023 को ट्वीट किया गया था.  महिला का भेष धारण किए इस आदमी को लाहौर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. लेकिन अपने ट्वीट में पुलिस ने ये भी लिखा है कि बेढंगे तरीके से आदमी के कपड़े उतारने को लेकर आसिफ नाम के पुलिस के जवान को सस्पेंड कर दिया गया था. वीडियो में दिख रहे पुलिस के जवान की टीशर्ट पर भी आसिफ लिखा नजर आ रहा है.

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