हरियाणा के हिसार की रहने वाली ट्रैवल यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में 17 मई को गिरफ्तार कर लिया गया. शुरुआती जांच में उसके पाकिस्तान हाई कमीशन के एक अधिकारी से करीबी संबंध सामने आए हैं, जिसे सरकार देश से निष्कासित कर चुकी है.
अब सोशल मीडिया पर ज्योति की एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है, जिसमें वो कमल के फूल के प्रिंट वाली भगवा टोपी और स्टोल पहने हुए हैं. कुछ पोस्ट्स में ज्योति की इस तस्वीर पर ‘आजतक’ का लोगो लगा है. साथ ही लिखा है, “देश से गद्दारी के आरोप में हरियाणा की यूट्यूबर गिरफ्तार.”
सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को सबूत के तौर पर पेश करते हुए लोग दावा कर रहे हैं कि ज्योति मल्होत्रा बीजेपी से जुड़ी हैं.
फेसबुक पर ये तस्वीर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “RSS व BJP की देश के साथ गद्दारी करने की फितरत आजादी के आंदोलन से ही है. ये ज्योति मल्होत्रा जी हैं जिनकी गिरफ्तारी करनी पड़ी सरकार को.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये पोस्टकार्ड फर्जी है. ज्योति मल्होत्रा की ये तस्वीर AI की मदद से बनाई गई है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
'आजतक' ने अपने किसी भी सोशल मीडिया हैंडल से ज्योति मल्होत्रा का ये वायरल पोस्टकार्ड शेयर नहीं किया है.
साथ ही, वायरल पोस्टकार्ड में काले और लाल रंग के टेक्स्ट का इस्तेमाल किया गया है. जबकि, ‘आजतक’ अपने पोस्टकार्ड में केवल सफेद और पीले रंग का इस्तेमाल करता है. पोस्टकार्ड का फॉन्ट भी ‘आजतक’ के पोस्टकार्ड में इस्तेमाल होने वाले फॉन्ट से अलग है.
ध्यान से देखने पर इस तस्वीर में कुछ अटपटी बातें दिखाई देती हैं. जैसे, ज्योति की टोपी में जो कमल बना हुआ है, उसकी पंखुड़ियों का आकार और साइज छोटा-बड़ा है. जबकि, बीजेपी के चुनाव चिह्न में कमल की पंखुड़ियां एक बराबर होती हैं.
वायरल तस्वीर को देखकर ऐसा लगता है कि इसे AI की मदद से बनाया गया है. इसलिए, हमने इस फोटो को कुछ AI टूल्स से टेस्ट किया. ‘Hive Moderation’ और ‘Sightengine’ टूल- दोनों ने ही वायरल फोटो को AI से बना हुआ बताया.
खबरों के मुताबिक, 33-वर्षीया ज्योति मल्होत्रा हरियाणा की एक ट्रैवल व्लॉगर हैं, जो 'Travel With Jo’ नाम का एक यूट्यूब चैनल चलाती हैं. ज्योति देश-विदेश में कई जगह घूम चुकी हैं और पाकिस्तान में दो बार यात्रा कर चुकी हैं. फिलहाल, जांच एजेंसियां उनसे पुलिस रिमांड में पूछताछ कर रही हैं.
साफ है, ज्योति मल्होत्रा के बीजेपी से जुड़े होने के सबूत के तौर पर शेयर की जा रही तस्वीर AI से बनी हुई है.