
घायल पुलिसकर्मियों का एक विचलित कर देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि ये महाराष्ट्र के जलगांव का वीडियो है, जहां हाफिज बेग नाम के मुस्लिम युवक ने छह साल की एक बच्ची का बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी और जब पुलिसकर्मी उसे पकड़ने गए तो हाफिज के मुसलमान साथियों ने उन पर हमला कर दिया.

वायरल वीडियो एक कमरे में रिकॉर्ड किया गया है जहां बुरी तरह घायल हुए कुछ पुलिसकर्मियों को बैठे देखा जा सकता है. पुलिसकर्मियों के सिर पर कपड़ा बंधा है जो खून से सना हुआ है. वहीं एक पुलिसवाले को जमीन पर बेसुध होकर लेटे देखा जा सकता है.
वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, “35 साल के हाफ़िज़ बेग ने 6 साल की मासूम का रेप किया फिर निर्ममता से उसकी हत्या कर दी. हाफ़िज़ को अरेस्ट करने गयी महाराष्ट्र पुलिस पर वहां के नमाजी मुसलमानों ने ईंट पत्थरों लाठीयों से हमला कर दिया, 17 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल. भीड़ का कहना था कि 6 साल की बच्ची से रेप जायज़ है. आपके दो शब्द इन इंसानी जानवरो के लिए?”
इस कैप्शन के साथ ये वीडियो फेसबुक और एक्स पर तमाम लोग शेयर कर चुके हैं.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि जलगांव के इस मामले में बच्ची के साथ हैवानियत करने का आरोप किसी हाफिज बेग पर नहीं बल्कि सुभाष भील नाम के एक आदिवासी पर लगा है. पुलिस पर हमला इलाके के गुस्साए लोगों ने किया था जो आरोपी को उनके हवाले किए जाने की मांग कर रहे थे.
कैसे पता चली सच्चाई?
कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें जलगांव में हुई इस घटना से संबंधित कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जलगांव के जामनेर में छह साल की बच्ची के कथित यौन उत्पीड़न और उसकी हत्या को लेकर 20 जून को बवाल हो गया था. बच्ची के परिवार के सदस्य, रिश्तेदार और वहां के स्थानीय लोग पुलिस थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और मांग करने लगे कि आरोपी को उनके हवाले कर दिया जाए. बात बढ़ने पर लोगों के एक समूह ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था जिसमें 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
इस घटना से संबंधित खबरों में बताया गया है कि जामनेर के एक गांव में 11 जून को छह साल की बच्ची का कथित तौर पर अपहरण और फिर रेप किया गया था. बाद में उसकी हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था. इसकी सूचना मिलते ही गुस्साई भीड़ थाने के बाहर आ गई ताकि वो आरोपी को इस जघन्य अपराध के लिए दंडित कर सके.
हिंसा के दौरान कुछ लोगों ने पुलिस पर हमला किया और आगजनी कर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा था.
लेकिन मामले में गौर करने वाली बात ये है कि ‘एनडीटीवी’ और ‘द टेलीग्राफ’ की खबरों में आरोपी का नाम सुभाष भील बताया गया है. इस बात की पुष्टि करने के लिए हमने जलगांव पुलिस अधीक्षक महेश्वर रेड्डी से बात की. उन्होंने हमें बताया की मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है क्योंकि आरोपी और पीड़ित दोनों आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं.
कहां से आया हाफिज बेग का नाम?
जांच के दौरान हमें ‘लोकमत’ की 31 दिसंबर 2021 की एक खबर मिली जिसमें जलगांव के जामनेर की ही एक घटना के बारे में बताया गया है जो अभी वाली घटना से मिलती-जुलती है. खबर के अनुसार, जामनेर इलाके में हाफिज बेग नाम के एक आदमी पर एक बच्ची के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगा था. जब पीड़ित के घरवालों को ये पता चला तो उन्होंने हाफिज की पिटाई कर दी थी. मौके पर पुलिस पहुंची और आरोपी को अपने साथ थाने ले गई. इस दौरान भी गुस्साए लोग आरोपी को उनके हवाले करने की मांग कर रहे थे और इसे लेकर उनकी पुलिस से झड़प हो गई थी.