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फैक्ट चेक: पाकिस्तान में भोंपू बजाकर मनाया जाता है आजादी का जश्न, लेकिन इस वीडियो की कहानी कुछ और है

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान में भोंपू बजाकर स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. जब हमने इस वीडियो की पड़ताल की तो हकीकत कुछ और निकली. सोशल मीडिया पर यह वीडियो जमकर शेयर भी हुआ है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे पाकिस्तान में भोंपू बजाकर स्वतंत्रता दिवस मनाया गया.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस का नहीं है. ये जुलाई 2020 का वीडियो है, जब लाहौर, पाकिस्तान की ट्रेडर्स एसोसिएशन ने भोंपू बजाकर सरकार का विरोध किया था.

भारत से ठीक एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है. इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें कुछ लोग किसी सम्मेलन में एक साथ बैठकर भोंपू बजा रहे हैं. अब इस वीडियो के जरिए पाकिस्तानियों का मजाक उड़ाया जा रहा है. कहा ये जा रहा है कि पाकिस्तान में भोंपू बजाकर स्वतंत्रता दिवस मनाया गया.

इस वीडियो के साथ ट्विटर और फेसबुक यूजर्स कैप्शन में लिख रहे हैं, "अब ऐसे भोंपू बजा के कौन स्वतंत्रता दिवस मनाता है भाई... वीडियो लाहौर पाकिस्तान से.." वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां और यहां देखा जा सकता है.

आजतक ने अपनी जांच में पाया कि ये वीडियो पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस का नहीं है. ये जुलाई 2020 का वीडियो है, जब लाहौर, पाकिस्तान की ट्रेडर्स एसोसिएशन ने भोंपू बजाकर सरकार का विरोध किया था.

वीडियो को कुछ उर्दू कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें पाकिस्तानी अखबार 'डॉन न्यूज' का एक फेसबुक पोस्ट मिला. 10 जुलाई, 2020 को शेयर किए गए इस पोस्ट में वायरल वीडियो देखा जा सकता है. साथ में बताया गया है कि लाहौर प्रेस क्लब में वहां की ट्रेडर्स एसोसिएशन ने भोंपू बजाकर आंदोलन किया था. पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों ने भी उस समय इस वीडियो को शेयर किया था.  

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पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट "सिटी 42.tv" ने भी 14 जुलाई 2020 को इस आंदोलन के बारे में एक खबर छापी थी. खबर में बताया गया है कि ट्रेडर्स एसोसिएशन ने "हॉर्न बजाओ, हुक्मरानों को जगाओ" का नारा देकर वहां की सरकार का विरोध किया था. एसोसिएशन की सरकार से अपील थी कि उनकी दुकानों को रात के दस बजे तक खुलने की इजाजत दी जाए. "जियो टीवी"  ने अपनी खबर में लिखा है कि उस समय पाकिस्तान में लॉकडाउन लगा था और व्यापारियों की अपील थी कि उन्हें नियमों में राहत दी जाए. इसी मांग को लेकर पाकिस्तान में कई जगहों पर भोंपू बजाकर ये विरोध प्रदर्शन किया गया था.

हालांकि, हमें पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट्स में ऐसी कुछ खबरें  जरूर मिलीं जिनमें बताया गया है कि पाकिस्तान में लोग आजादी का जश्न हॉर्न बजाकर भी मनाते हैं. इसके कुछ वीडियो भी यूट्यूब पर देखे जा सकते हैं. हालांकि, इससे होने वाले ध्वनि प्रदूषण के कारण वहां के एक कोर्ट को इस पर प्रतिबंध लगाना पड़ा था.
 

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