
बांग्लादेश में तख्तापलट होने के बाद वहां मौजूद हिंदुओं पर हमले होने की खबरें आ रही हैं. बताया जा रहा है कि बांग्लादेश के 27 जिलों में हिंदुओं और उनके मंदिरों को उपद्रवियों ने निशाना बनाया है.
इसी संदर्भ में अब सोशल मीडिया पर विचलित कर देने वाले एक वीडियो के स्क्रीनशॉट्स वायरल हो गए हैं. इन्हें शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि बांग्लादेश में मुस्लिम, हिंदू महिलाओं का बलात्कार कर रहे हैं. और सिर्फ इतना ही नहीं, उनके रेप का वीडियो बनाकर उसे वॉट्सएप ग्रुप्स में शेयर करके दूसरे मुसलमानों को भी ऐसा करने के लिए उकसा रहे है.
वायरल स्क्रीनशॉट्स में रोती हुई एक निर्वस्त्र लड़की नजर आ रही हैं. ऐसा लग रहा है कि कुछ लोग लड़की के हाथ पकड़कर उसके साथ जबरदस्ती कर रहे हैं.

बांग्लादेश में चल रही हिंसा से जोड़ते हुए इस वीडियो को फेसबुक और एक्स पर तमाम लोग शेयर कर चुके हैं.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो बांग्लादेश का नहीं है. ये बेंगलुरु में साल 2021 में हुई एक घटना का वीडियो है. जाहिर है, इसका बांग्लादेश के मौजूदा हालात से कोई संबंध नहीं है.
कैसे पता की सच्चाई?
तस्वीरों को रिवर्स सर्च करने पर हमें इसका वीडियो मिल गया. हमने पाया कि इस वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट्स का इस्तेमाल करते हुए बांग्लादेश की कई न्यूज वेबसाइट्स ने मई 2021 में खबरें छापी थीं. वीडियो के आपत्तिजनक होने की वजह से हम इसे अपनी रिपोर्ट में नहीं दिखा सकते. लेकिन इन खबरों से इतनी बात स्पष्ट हो जाती है कि ये तस्वीरें और वीडियो 2021 के हैं, हाल-फिलहाल के नहीं.

इन खबरों में बताया गया है कि ये वीडियो बेंगलुरु का है, जहां पुलिस ने एक बांग्लादेशी लड़की के साथ दरिंदगी करने वाले बांग्लादेशी मूल के कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें महिलाएं भी थीं.
कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें इस मामले से संबंधित कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं.
एनडीटीवी की 8 जुलाई, 2021 की एक खबर के अनुसार, बेंगलुरु पुलिस ने एक गैंगरेप के मामले में 12 लोगों को अरेस्ट किया था. मामले की पीड़िता और और 11 आरोपी बांग्लादेशी थे. एक आरोपी भारत का था. आरोपियों में दो महिलाएं भी थीं. 22 साल की इस लड़की के साथ हैवानियत का वीडियो बनाकर आरोपियों ने उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया था.
पुलिस का कहना था कि महिला को मानव तस्करी गैंग के जरिए बांग्लादेश से भारत लाया गया था. कुछ खबरों में बताया गया है कि लड़की को भारत, नौकरी दिलाने का झांसा देकर बहला-फुसला कर लाया गया था. लेकिन फिर उसे जबरन वेश्यावृत्ति में धकेल दिया गया था.
कुछ खबरों में लिखा है कि आरोपी और पीड़िता एक ही ग्रुप का हिस्सा थे. पैसों के लेनदेन को लेकर उनका झगड़ा हुआ, जिसके बाद लड़की के साथ बलात्कार किया गया. ये मई 2021 की बेंगलुरू के कनाका नगर इलाके की घटना है. वीडियो वायरल होने के बाद सबसे पहले असम पुलिस ने इस मामले पर कार्रवाई शुरू की थी. असम पुलिस की मदद से बेंगलुरु पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा था. घटना के बाद पीड़िता को केरल से बेंगलुरू लाया गया था.
2022 में बेंगलुरु की एक कोर्ट ने इस मामले के 9 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी. इनके नाम चांद मिया, मोहम्मद रिफकदुल इस्लाम, मोहम्मद अलामीन हुसैन, रकीबुल इस्लाम, मोहम्मद बाबू शेख, मोहम्मद डालिम और अजीम हुसैन हैं. तान्या खान नाम की महिला को 20 साल की सजा सुनाई गई थी. पीड़िता को वापस बांग्लादेश भेज दिया गया था.