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फैक्ट चेक: बिहार बंद के दौरान बीजेपी की महिला नेताओं ने लूटी साड़ियां? ये है वीडियो की सच्चाई

एनडीए के बिहार बंद से जोड़कर एक वीडियो को बीजेपी महिला मोर्चा द्वारा साड़ी लूट का बताया गया, लेकिन आजतक फैक्ट चेक में यह दावा झूठा निकला. जांच में पता चला कि वीडियो 20 अगस्त 2025 को उदयपुर की ‘Agarwal Sarees’ दुकान का है, जहां सेल के दौरान अफरा-तफरी मच गई थी. दुकान मालिक ने भी पुष्टि की कि यह वीडियो उनकी दुकान का है और बिहार बंद से इसका कोई संबंध नहीं है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये वीडियो 4 सितंबर को बिहार बंद के दौरान एक दुकान में साड़ियां लूटती बीजेपी महिला मोर्चा की नेताओं का है.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
वीडियो 20 अगस्त का है जब राजस्थान के उदयपुर में अग्रवाल साड़ी नाम की दुकान में सेल के दौरान अफरा-तफरी मच गई थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को कांग्रेस-आरजेडी के मंच से कहे गए अपशब्दों के विरोध में एनडीए ने 4 सितंबर को बिहार बंद का आह्वान किया था. इसी संदर्भ में किसी दुकान में महिलाओं की भीड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. 

वायरल वीडियो किसी कपड़े की दुकान का लग रहा है. इसमें कई सारी महिलाओं के बीच अफरा-तफरी का माहौल नजर आ रहा है. दुकान में कुछ लोग इनकी तरफ साड़ियां और बाकी कपड़े फेंकते हुए दिखाई देते हैं और महिलाओं में इन कपड़ों को उठाने की होड़-सी लग जाती है. कुछ लोग इस वीडियो को बिहार के मुजफ्फरपुर का बताते हुए दावा कर रहे हैं कि 4 अगस्त को बिहार बंद के दौरान बीजेपी महिला मोर्चा की नेताओं ने एक दुकान में जाकर साड़ियां लूट लीं. 

वीडियो को फेसबुक पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “मोदी जी, आपकी महिला मोर्चा कल बिहार में ‘मां’ के सम्मान में साड़ी की दुकान लूट ली है. अब वोट चोरी के साथ साथ साड़ी चोरी भी हो रही है. धरना प्रदर्शन अनशन करना सबका मौलिक अधिकार है पर क्या ये तरीका सही हैं? प्रदर्शन कम गुंडागर्दी दबंगई ज्यादा दिखाई दे रहा है!” ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

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हालांकि आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो उदयपुर, राजस्थान की एक साड़ी की दुकान का है. जिस दिन ये वीडियो शूट किया गया था, उस दिन सेल के दौरान अफरा-तफरी का माहौल हो गया था. 

कैसे पता की सच्चाई?

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये ‘Agarwal Sarees’ नाम के एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिला. यहां इसे 20 अगस्त, 2025 को पोस्ट किया गया था. यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि एनडीए का बिहार बंद 4 अगस्त को था. यानि एक बात यहीं साफ हो जाती है कि वायरल वीडियो पुराना है और इसका हाल ही में हुए बिहार बंद से कोई लेना-देना नहीं है.

इंस्टाग्राम पोस्ट में इस वीडियो को कपड़ों की एक सेल के दौरान का बताया गया है. वीडियो के टाइटल में लिखा है - “Day 60 of big sale 2025. Agarwal sarees”. इस अकाउंट पर इस तरह के कई वीडियो मौजूद हैं जिनमें महिलाओं का हुजूम देखा जा सकता है.

इस बारे में और जानकारी पाने के लिए हमने इस अकाउंट के बायो सेक्शन में दिए गए फोन नंबर पर कॉल किया. दुकान मालिक के बेटे मधुसूदन अग्रवाल ने हमें बताया कि वायरल वीडियो  उन्हीं की दुकान का है. उन्होंने बताया कि उनकी दुकान राजस्थान के उदयपुर में है. उनके यहां हर साल इस तरह की सेल लगती है.

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यानि साफ है कि जिस वीडियो को बिहार में साड़ियों की लूट का बताकर बीजेपी पर तंज कसा जा रहा है, असल में वो वीडियो राजस्थान के उदयपुर की एक साड़ी की दुकान का है जहां एक सेल दौरान अफरा-तफरी का माहौल हो गया था.

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(रिपोर्ट: अभिषेक पाठक)
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