टी-20 लीग के पांचवें संस्करण के तहत कोलकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में गुरुवार को दिल्ली और कोलकाता की टीमें आमने-सामने होंगी.
दोनों टीमों के बीच मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद है क्योंकि दोनों ही टीमें दिग्गज खिलाड़ियों से सजी हैं. दिल्ली के कप्तान वीरेंद्र सहवाग के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है क्योंकि उनकी टीम के प्रमुख खिलाड़ी इस समय अपने-अपने देशों के लिए खेल रहे हैं.
टी-20 लीग के प्रथम दो संस्करणों के सेमीफाइनल में दिल्ली को पहुंचा चुके सहवाग इस बार टीम से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे होंगे. सहवाग दिल्ली की दूसरी बार कप्तानी कर रहे हैं.
उधर, गौतम गम्भीर की कप्तानी में कोलकाता की टीम में न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज ब्रेंडन मैक्कलम, आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ब्रेट ली, बांग्लादेश के आलराउंडर शाकिब अल हसन, वेस्टइंडीज के सुनील नारायन, दक्षिण अफ्रीका के जैक्स कैलिस और विस्फोटक बल्लेबाज यूसुफ पठान हैं. इसकी वजह से टीम का पलड़ा दिल्ली के मुकाबले भारी लगता है.
प्रतियोगिता के पहले तीन संस्करणों में बेहद खराब प्रदर्शन करने वाली नाइट राइडर्स ने पिछले वर्ष सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था. जाहिर है टीम यहां से आगे की शुरुआत करना चाहेगी.
गुरुवार को होने वाले मुकाबले में टीम अपने घर के मैदान पर बढ़े हुए हौसले के साथ उतरेगी. क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल का अनुमान है कि इस मुकाबले को देखने के लिए कम से कम 50,000 लोग आएंगे.
कोलकाता को नारायन और मैक्कलम से बड़ी उम्मीदें हैं. उधर दिल्ली की उम्मीद कप्तान वीरेंद्र सहवाग के प्रदर्शन पर टिकी है. टीम के प्रमुख बल्लेबाज माहेला जयवर्धने, डेविड वार्नर और केविन पीटरसन अभी अपने-अपने देशों की ओर से खेल रहे हैं जबकि न्यूजीलैंड के रॉस टेलर की अंगुली में चोट लगी है.
बल्लेबाजी की जिम्मेदारी सहवाग के अलावा वेस्टइंडीज के आंद्रे रसेल पर होगी. जबकि गेंदबाजी की बागडोर मोर्नी मोर्केल, इरफान पठान, उमेश यादव और वरुन एरोन पर होगी जो नाइट राइडर्स की मजबूत बल्लेबाजी की परीक्षा लेंगे.