आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में भारतीय विमेंस टीम ने साउथ अफ्रीका को हराकर पहली बार वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाई थी. नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स अकादमी में खेले गए खिताबी मुकाबले में भारत ने साउथ अफ्रीका को 52 रनों से पराजित किया था. भारतीय महिला टीम को 2005 और 2017 के महिला क्रिकट वर्ल्ड कप फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम इंडिया ने फिनिशिंग लाइन पार की और देशभर के फैन्स को जश्न मनाने का अवसर दिया.
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खिताब मुकाबले में शेफाली वर्मा ने शानदार ऑलराउंड खेल दिखाया और 'प्लेयर ऑफ द मैच' का पुरस्कार जीता. उन्होंने 87 रन की दमदार पारी खेली और गेंदबाजी में दो महत्वपूर्ण विकेट भी चटकाए. शेफाली भारतीय वर्ल्ड कप स्क्वॉड का प्रारंभिक तौर पर हिस्सा नहीं थीं, लेकिन सलामी बल्लेबाज प्रतीका रावल के चोटिल होन के बाद उनकी भारतीय टीम में एंट्री हुई थी.
अब शेफाली वर्मा ने एजेंडा आजतक के सेशन 2025 'म्हारी छोरियां छोरों से कम है के!' में भाग लिया. शेफाली के साथ इस दौरान उनकी टीममेट्स जेमिमा रोड्रिग्स और दीप्ति शर्मा भी मौजूद रही. शेफाली ने बताया कि वो लड़कों के साथ खेलती थीं और काफी कुछ सीखा, जो आगे चलकर काम आया. शेफाली ने कहा कि एक बार वो अपने भाई (साहिल) की जर्सी पहनकर बॉयज टूर्नामेंट खेलने गई थीं. उस टूर्नामेंट में शेफाली 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' चुनी गई थीं.

शेफाली वर्मा ने कहा, 'मुझे इस बात की खुशी है कि मैं लड़कों के साथ खेली और एक्सपीरियंस आज तक काम आ रहा. मेरी फैमिली ने भी कॉन्फिडेंस दिखाया और लड़कों के साथ खेलने के लिए भेजा. मेरे भाई को एक टूर्नामेंट में खेलने जाना था, लेकिन बीमार होने की वजह से वो नहीं जा पाए. मैंने पिताजी को बोला कि मैं चली जाऊंगी खेलने, मेरी प्रैक्टिस अच्छी हो जाएगी.'
शेफाली वर्मा कहती हैं, 'पापा को लगता था कि मैं चोटिल हो जाऊंगी, हड्डी टूट जाएगी. काफी समझाने के बाद वो माने. मैं खेलने गई और 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' चुनी गई.' मैंने अपने भाई का 'साहिल' नाम वाली टीशर्ट पहनकर खेली और लड़कों को पता भी नहीं लगा कि मैं गर्ल हूं. उससे काफी कॉन्फिडेंस आया और सबकुछ चेंज होता चला गया. वो अवॉर्ड घर पर रखा हुआ है.'
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शेफाली वर्मा ने कहा कि वर्ल्ड कप जीतने के बाद लोग महिला खिलाड़ियं को पहचान मिली है और उनके साथ लोग सेल्फी खींचना चाहते हैं. हालांकि शेफाली का मानना है कि लोकप्रियता हासिल करने के चलते खिलाड़ी अब उस जगह नहीं जा सकती हैं, जो दिल के करीब है. शेफाली ने कहा कि वर्ल्ड कप के बाद लाइफ चेंज हो जाती है, जिसके उन्हें आदत लगानी है. शेफाली और उनकी टीममेट्स का लक्ष्य अगले साल होने वाला महिला टी20 वर्ल्ड कप है, जिसके लिए प्रैक्टिस शुरू कर दी गई है.