scorecardresearch
 

10 साल पहले बने ऑनस्क्रीन 'श्रीकृष्ण', सौरभ राज जैन बोले- आज भी हाथ जोड़ते हैं लोग...

सौरभ बताते हैं कि महाभारत में श्रीकृष्ण का किरदार निभाना उनके लिए अलग एक्सपीरियंस साबित हुआ है. कई फैंस उनके आगे हाथ जोड़कर उन्हें प्रणाम करते हैं. बावजूद इसके कि शो को ऑफ एयर हुए 10 साल हो चुके हैं. सौरभ को आज भी फैंस श्रीकृष्ण के रूप में देखते हैं. 

Advertisement
X
सौरभ को आज भी श्रीकृष्ण समझते हैं लोग (Photo: Instagram @sourabhraaj.jain)
सौरभ को आज भी श्रीकृष्ण समझते हैं लोग (Photo: Instagram @sourabhraaj.jain)

टीवी के मशहूर एक्टर सौरभ राज जैन ने नए शो ‘तू धड़कन मैं दिल’ से वापसी की है. सौरभ टीवी इंडस्ट्री में कई यादगार किरदार निभा चुके हैं, लेकिन वो सबसे ज्यादा ‘महाभारत’ में श्रीकृष्ण के रोल के लिए फेमस हुए. वो खुद महाभारत को उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा सक्सेसफुल प्रोजेक्ट बताते हैं. इतना ही नहीं आज भी लोग उन्हें उसी किरदार से जोड़कर देखते हैं.

क्यों पूजनीय समझते हैं फैंस?

सौरभ बताते हैं कि महाभारत में श्रीकृष्ण का किरदार निभाना उनके लिए अलग एक्सपीरियंस साबित हुआ है. कई फैंस उनके आगे हाथ जोड़कर उन्हें प्रणाम करते हैं. बावजूद इसके कि शो को ऑफ एयर हुए 10 साल हो चुके हैं. सौरभ को आज भी फैंस श्रीकृष्ण के रूप में देखते हैं. 

TOI से बातचीत में सौरभ ने बताया कि "आज भी लोग मुझे नमस्ते करते हैं, दोनों हाथ जोड़कर ‘कृष्ण जी’ बुलाते हैं. ये जो भावनात्मक और आध्यात्मिक जुड़ाव है, वो नहीं खत्म होता. मुझे लगता है कि ये मेरे लिए गिफ्ट है, जिसका मैं आभारी हूं. लेकिन दर्शकों ने मुझे हमेशा ये मौका दिया कि मैं खुद को बदल पाऊं, आगे बढ़ पाऊं. हर नए किरदार के साथ मैं अपने अंदर की अलग परतों को तलाशने की कोशिश करता हूं. ये अतीत को भूलने के बारे में नहीं है, बल्कि अपनी एक्टिंग के कैनवस को बड़ा करने के बारे में है."

Advertisement

'तू धड़कन मैं दिल' की क्या है कहानी?

अपनी नई सीरीज ‘तू धड़कन मैं दिल’ के बारे में सौरभ ने कहा कि, "ये कोई आम टीवी सोप की तरह नहीं है. इसमें बहुत गहरी और भावनात्मक कहानी है. ये एक छोटी बच्ची की कहानी है, जो चाहती है कि उसके माता-पिता साथ रहें. लेकिन वो अपने पिता से कभी नहीं मिल पाती, और इसी दौरान उसकी मां भी प्यार के बदले दर्द का अनुभव करती है. मैं इस सीरीज से प्यार करता हूं क्योंकि इसमें ज्यादा ड्रामा या रोने-धोने से काम नहीं चलाया गया है. यहां चुप्पी में, बिन बोले भावनाओं में, और प्यार होने वाली मुद्दे की बात है. दर्शकों को उन पलों में रुकना पड़ेगा, सोचना और महसूस करना पड़ेगा."

सौरभ ने आगे कहा, "मुझे उम्मीद है कि मेरा नया किरदार ‘राघव’ लोगों से बिल्कुल अलग और ज्यादा भावनात्मक तरीके से जुड़ सकेगा."

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement