'या अली' और 'दिल तू ही बता' जैसे शानदार बॉलीवुड गाने गा चुके सिंगर जुबिन गर्ग पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. उनकी अचानक मौत से पूरे असम शहर हैरान-परेशान हो गया था. सिंगर की मौत सिंगापुर में डूबने से हुई, जिसके बाद मामला और भी गंभीर हो गया. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जुबिन गर्ग की मौत से जुड़ी गहन जांच करने के निर्देश दिए.
किन लोगों से असम सीआईडी कर चुकी पूछताछ?
जुबिन गर्ग की मौत के बाद कई लोगों पर शक गहराया है. सबसे पहले सिंगर के मैनेजर और नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल ऑर्गेनाइजर के खिलाफ असम में कई सारी एफआईआर दर्ज हुईं. इसके बाद सिंगर शेखर ज्योति गोस्वामी को पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया गया, जो उस वक्त जुबिन के साथ यॉट ट्रिप पर मौजूद थे.
अब खबर है कि शेखर ज्योति गोस्वामी के साथ जुबिन के बैंड मेंबर्स, असम एक्ट्रेस निशिता गोस्वामी और को-सिंगर अमृतप्रभा से भी पूछताछ की गई है. उनसे असम सीआईडी के हेडक्वार्टर में पूछताछ हुई. असम के सीएम ने जुबिन की मौत को लेकर ट्रांसपेरेंट जांच करने की भी मांग असम हाई कोर्ट में की है. उन्होंने बताया है, 'सिंगर जुबीन गर्ग की मौत की पुलिस जांच में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए न्यायिक पैनल गठित करने के लिए गुवाहाटी उच्च न्यायालय को पत्र लिखा.'
जुबिन के मैनेजर के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी
जुबिन गर्ग की अचानक मौत के बाद असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने एक और बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने सिंगर की मौत की जांच सही से हो पाए, इसके लिए सिंगर के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल के आयोजक श्याम कानू महंता के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. इससे पहले जुबिन के मैनेजर के घर पर भी SIT ने तलाशी अभियान भी चलाया था.
मुख्यमंत्री ने खुद इस बात की जानकारी मीडिया और X (पहले ट्विटर) पर दी है. वो चाहते हैं कि जुबिन की मौत से जुड़े जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सही तरीके से जांच हो. जुबिन की मौत से असम के लोगों में दुख की लहर है, लेकिन साथ ही उनके मन में गुस्सा भी है. वो चाहते हैं कि उनके प्यारे जुबिन दा की मौत के जिम्मेदार को जल्द से जल्द सजा मिले.
बता दें कि जुबिन गर्ग की मौत सिंगापुर में समंदर में डूबने से हुई थी. वो बिना लाइफ जैकेट के पानी में कूदे थे जिसके बाद कई लोगों के मन में ये सवाल आया कि आखिर क्यों सिंगर को बिना सुरक्षा के पानी में कूदने दिया गया.