आज भारत देश को अंग्रेजों से आजाद हुए 78 साल का समय बीत चुका है. जब भारत आजाद हो रहा था, तब देश में एक अलग माहौल था. कहीं पार्टीशन के कारण हर तरफ लोग परेशान थे, तो कहीं खुशियों की लहर थी. लेकिन इसी 15 अगस्त 1947 के दिन हिंदी सिनेमा की तरफ से एक ऐसी फिल्म 'शहनाई' रिलीज हुई जो आजाद हिंदुस्तान की पहली सुपरहिट फिल्म साबित हुई.
क्या थी 'शहनाई' की कहानी जिसने बनाया इसे सुपरहिट?
'शहनाई' दरअसल एक मुस्लिम ड्रामा है जिसे पी.एल.संतोषी ने डायरेक्ट किया था. फिल्म में लेजेंडरी एक्टर दिलीप कुमार के भाई नासिर खान मेन लीड में थे. उनके साथ रेहाना अंजुम चौधरी थीं जिन्हें सिर्फ रेहाना नाम से जाना जाता था और एक्ट्रेस इंदुमती भी शामिल थीं. इसकी कहानी एक ऐसे संघर्ष कर रहे एंटरटेनिंग आर्टिस्ट और उसकी चार बेटियों की है, जिसकी पत्नी को उनके पेशे से होने वाली बदनामी की चिंता रहती है.
फिल्म थिएटर्स में तब रिलीज हुई थी, जब देश के कई हिस्सों में दंगे हो रहे थे और लोग एक जगह से दूसरी जगह पलायन कर रहे थे. इन सभी कारणों के बावजूद फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट थी. लोग थिएटर्स के बाहर लंबी-लंबी लाइने लगाकर इसे देखने पहुंच रहे थे. शहनाई साल 1947 की सबसे ज्यादा कमाने वाली फिल्मों में से एक थी. हालांकि आज के दौर की तरह इस फिल्म का टोटल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन क्या है, ये जानकारी कहीं मौजूद नहीं है.
किस सुपरस्टार सिंगर ने 'शहनाई' में किया था कैमियो?
इस फिल्म में उस वक्त हिंदी सिनेमा जगत के भी कई बड़े नाम शामिल थे. जैसे लेजेंडरी सिंगर किशोर कुमार, जिन्होंने फिल्म में एक पुलिस इंस्पेक्टर का रोल निभाया था. इस फिल्म के दौरान उनकी उम्र महज 18 साल ही थी. वहीं उनके अलावा कई सारे कॉमिक कलाकार जैसे वी.एच.देसाई और मशहूर कॉमिक एक्टर महमूद के पिता मुमताज अली भी शामिल थे.
'शहनाई' ने कई एक्टर्स की जिंदगी रातों-रात बदली थी. इसी फिल्म से एक्ट्रेस रेहाना की जिंदगी भी बदल गई थी. उन्हें इसके बाद करीब 4-5 सालों तक सिनेमा में अपने काम से अपना लोहा मनवाया. हालांकि इसके मेन हीरो नासिर खान का करियर 'शहनाई' नहीं चमका पाई. उन्हें अपने भाई दिलीप कुमार जैसा स्टारडम हासिल नहीं हो पाया.