
बारिश सिर्फ एक मौसम नहीं है ये एक फीलिंग है, एक मूड. और इस मूड का फिल्मों से कनेक्शन बहुत डायरेक्ट है. आसमान से बूंदें गिरनी शुरू होती नहीं कि प्लेलिस्ट में 'सावन बरसे तरसे दिल' जैसे गाने निकल आते हैं.
कोई 'जब वी मेट' की करीना जैसे छतरी किनारे फेंककर, आंखें बंद किए, दोनों हाथ फैलाए बारिश में भीगना चाहता है. तो कोई शाहरुख खान-माधुरी दीक्षित के 'चक धूम धूम' की तरह झमाझम बारिश में डांस करना चाहता है.
लेकिन बारिश का मौसम सिर्फ खुशियों भरा मूड ही नहीं लाता. ये भावनाओं के किसी खजाने की तरह है, जिसमें खुशी और उल्लास के साथ दुख और निराशा भी हो सकती है. बारिश को बॉलीवुड फिल्मों ने भी हर तरह के रंग में कैप्चर किया है. मगर कुछ फिल्में तो ऐसी हैं जिनमें बारिश न हो तो कहानी ही नहीं बनेगी. कोई इमोशन ही नहीं आएगा.
आपको बताते है उन फिल्मों के बारे में जिनमें अगर बारिश नहीं होती, तो फिल्म पूरी ही नहीं होती:
1. तुम्बाड
भारत में पिछले कुछ समय में बनी सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक 'तुम्बाड' में बारिश पूरी कहानी में एक मेटाफर है. 'तुम्बाड' के निवासी सोने के सिक्कों के लालच में एक अभिशप्त देवता को पूजते हैं. बदले में उन्हें भी पूरे साल बारिश का अभिशाप झेलना लिखा है. सोने के सिक्कों की भूख में सोहम शाह का लीड कैरेक्टर अपने बेटे की जान भी खतरे में डालने को तैयार है.
इस भूख की तृप्ति हो ही नहीं सकती, जैसे बारिश से मन नहीं भरता. जैसे 'तुम्बाड' के टाइटल ट्रैक में लिरिसिस्ट राज शेखर ने लिखा है- "धन धन मेघ गरजे, देह फिर भी जले ज्वाल जिया."

2. वेक अप सिड
मुंबई में बनी कोई कहानी बिना बारिश के पूरी ही नहीं हो सकती. रणबीर कपूर और कोंकणा सेन की इस फिल्म का एंड बारिश पर होता है. एक बेतरतीब, बेमकसद लड़का और जिंदगी को हमेशा रियलिटी के चश्मे से देखने वाली एक लड़की, अपने किरदारों का एक सफर पूरा कर रहे हैं. और दोनों मिल रहे हैं, जैसे मुंबई की एक सड़क के किनारे बारिश और समंदर मिल रहे हैं.
3. लाइफ इन अ मेट्रो
अनुराग बसु की पूरी फिल्म में बारिश बार-बार दिखती है. वही मुंबई, वही बारिश मगर हर हर किरदार के लिए अलग मतलब रखती बारिश. फिल्म में यही बारिश सारे किरदारों को एक दूसरे से भी जोड़ती है. लेकिन पूरी फिल्म में किसी ने अगर बारिश का पूरा मजा लिया है तो संगीतकार प्रीतम और उनके बैंड ने, जो 'बातें कुछ अनकही सी' और 'अलविदा' जैसे बेहतरीन गाने गा रहे हैं.
4. आशिकी 2
कट्टर बॉलीवुड फैन्स बिल्कुल गुस्सा न हों. हम भी मानते हैं कि 'कुछ कुछ होता है' में शाहरुख-काजोल या फिर 'राजा हिन्दुस्तानी' में आमिर खान-करिश्मा कपूर का बारिश वाला रोमांस बेहद खूबसूरत था. मगर 'आशिकी 2' में आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर का बारिश वाला सीन और गाना, दिल को अलग लेवल पर हिट करता है. पूरी स्टोरी के हिसाब से इस सीन की वैल्यू बहुत कमाल है.

5. हम तुम
पूरी फिल्म में मिलते-अलग होते रानी मुखर्जी और सैफ अली खान अंत में मिल जाते हैं. और उनके सफर को पूरे इमोशन के साथ बारिश दर्ज कर रही है. इसमें आखिरकार मिल जाने की खुशी भी है और अब तक खोए रहने की उदासी भी. 'हम तुम' की बारिश वाली एंडिंग कभी न भूलने वाली चीज है.
6. लगान
एक बूंद पानी को तरसती भुवन के गांव की जमीन ने अभी-अभी एक ऐतिहासिक मोमेंट देखा है. गुल्ली डंडा खेलने वालों ने अंग्रेजों को उसी खेल में हरा दिया है, जिसपर उनका सबसे मजबूत दावा है. लगान माफ हो गया है.
'दुगना लगान' वसूलने को तैयार बैठी ईस्ट इंडिया कम्पनी की टुकड़ी हताश है. और इस हताशा को बढ़ाने, गांव वालों के साथ खुशी मनाने बादल आ गए हैं. अब फसल और भी बेहतरीन होगी!

7. मदर इंडिया
बारिश देखकर जिनका मन गीत गुनगुनाने लगता हो, उन्हें भारतीय सिनेमा की आइकॉनिक फिल्मों में से एक 'मदर इंडिया' में बारिश नहीं देखनी चाहिए. यहां बारिश में खुशी नहीं बरसती, लाचारी बरसती है. ऐसी बारिश हो रही है कि गांव में बाढ़ आ गई है.
एक मां अपने बच्चों के साथ पानी में घिरी हुई है. उसने कंधों पर कच्चे मकान का छप्पर उठा रखा है. छप्पर पर उसके बच्चे हैं. ये मंजर देखने के बाद बारिश को देखने का नजरिया ही बदल सकता है.
मानसून शुरू हो चुका है और हर तरफ बारिश झमाझम बरस रही है. छुट्टी है और बारिश की वजह से घर से निकल नहीं आ रहे तो टेंशन क्या है, ऊपर बताई फिल्में हैं न. फिल्म लगाइए और चाय-स्नैक्स लेकर बैठ जाइए.