मुंबई में इंडियन टेलीविजन अकेडमी (ITA) अवॉर्ड्स के शानदार 25 साल पूरे होने के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान ITA के संस्थापक अनु रंजन और शशि रंजन ने 'आईटीए एंथम' का बेहद खास तोहफा दिया. यह एंथम भारतीय टेलीविजन की आत्मा, जज्बे और संघर्षों को समर्पित है.
इस एंथम में बीते ढाई दशकों की यात्रा को सुरों और भावनाओं के जरिए पिरोया गया है. इसमें टेलीविजन की शुरुआत, उसके विकास, चुनौतियां और उन अनगिनत लोगों का योगदान दिखता है, जिन्होंने इसे आकार दिया.
महज एक समारोह नहीं...
आईटीए अवॉर्ड्स पिछले 25 वर्षों से सिर्फ पुरस्कार नहीं दे रहा, बल्कि उन कलाकारों, निर्देशकों, तकनीशियनों और दर्शकों के जुनून को सलाम कर रहा है, जिन्होंने टेलीविजन को जिंदा रखा. यह एंथम उन हर लम्हों और मील के पत्थरों को समर्पित है, जो इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं.
जब पूरी इंडस्ट्री एक मंच पर आई
एंथम लॉन्च के मौके पर टीवी इंडस्ट्री की तमाम हस्तियां, नए कलाकार और अनुभवी दिग्गज एक साथ नजर आए. यह शाम सिर्फ एक प्रोग्राम नहीं, बल्कि गर्व और भावुक यादों का उत्सव थी.
क्या बोले संस्थापक...
अनु रंजन और शशि रंजन ने कहा, यह एंथम हम सबकी साझा कहानी है. क्रिएटिविटी, जज्बे और उन सपनों को सलाम है जो हमारी स्क्रीन को रोशन करते हैं. इस अद्भुत सफर का हिस्सा बनने के लिए सभी का धन्यवाद करते हैं.
बीते कल से आज और कल तक
जैसे ही एंथम गूंजा, अतीत और वर्तमान एक सुर में बंध गए. यह एक ऐसा लम्हा था जिसमें टेलीविजन की विरासत को सम्मान मिला और भविष्य को गले लगाया गया.