सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का जलवा आज भी कायम है. बिग बी ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी हैं. अमिताभ बच्चन उस वक्त बहुत ही मुश्किल दौर से गुजर रहे थे जब उन्होंने धर्मा प्रोडक्शन की 'अग्निपथ' में मुकुल आनंद के साथ काम किया था. ये एक गैंगस्टर ड्रामा फिल्म थी, जो आज बॉलीवुड की कल्ट क्लासिक फिल्म बन चुकी है. हालांकि, यह फिल्म उस वक्त नहीं चली थी.
एक इंटरव्यू में, डायरेक्टर विक्रम भट्ट जिन्होंने फिल्म के डायरेक्टर मुकुल आनंद के साथ एसोसिएट डायरेक्टर के तौर पर काम किया था. अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अनुभव और फिल्म से जुड़े कुछ किस्से शेयर किए हैं. उन्होंने ये भी बताया कि कैसे मजाक-मजाक में अमिताभ ने उन्हें सेट से निकाल दिया था.
गलती से अमिताभ बच्चन ने शॉट में ही गाली दे दी थी
रेडीयो नशा से बातचीत में विक्रम कहते हैं, 'फिल्म में एक फाइट सीक्वेंस के दौरान अमिताभ के किरदार को एक आदमी को बार-बार मुक्का मारना था. तब उनके बगल में खड़े एक्टर को उन्हें मारने से रोकना था. क्योंकि जिस करेक्टर को मुक्का मारा जा रहा था वो पहले ही मर चुका था.
उस समय एक ही वक्त में तीन कैमरे चल रहे थे और उस समय के कैमरे बहुत तेज हुआ करते थे. लेकिन अमित जी शॉट में इतने मशगूल थे कि उन्हें ध्यान ही नहीं रहा कि वो कैमरे के सामने हैं. हुआ ये कि अमित जी ने गलती से शॉट में ही गाली दे दी. मुकुल ने भी ध्यान नहीं दिया और शॉट ओ के कर दिया. वहां खड़े सभी लोग शॉक्ड थे.
विक्रम आगे कहते हैं, वैसे तो अमिताभ बच्चन सभ्य इंसान हैं और कभी गाली नहीं देते. लेकिन, शूटिंग के वक्त उन्हें इस बात का ध्यान नहीं रहा. जब विक्रम भट्ट ने डायरेक्टर मुकुल के पास जाकर सारी बात बताई, तो वो कहते हैं कोई नहीं हम इसे बाद में डब कर सकते हैं.
बिग बी ने विक्रम भट्ट को गुस्से में निकल जाने को कहा था
शूटिंग के बाद एक ट्रायल शो रखा गया था. अमिताभ बच्चन ने मुझे कॉल कर ट्रायल से पहले उस हिस्से को हटाने को कहा जहां उन्होंने गाली दी थी. क्योंकि उनका परिवार भी ट्रायल के लिए आ रहा था. विक्रम ने हंसते हुए कहा लेकिन काम ज्यादा होने के कारण मैं उस सीन को हटाना भूल गया था.
जैसे ही वो सीन स्क्रीन पर दिखा अमिताभ मुझे जोर से कहते हैं, विक्रम 'यू आर फायर्ड'. जब मैंने अमिताभ को इसके लिए सॉरी बोला तब उन्होंने मुझे माफ भी कर दिया.
बिग बी के साथ काम करना ऑटोमैटिक कार में बैठने जैसा है
कुछ सालों बाद 2004 में जब विक्रम ने अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म 'ऐतबार' में काम किया. तो इस अनुभव को लेकर डायरेक्टर कहते हैं, 'उनके साथ काम करना ऑटोमैटिक कार में बैठने जैसा है. आप को कुछ भी करने की जरूरत नहीं है. वो बहुत ही परफेक्ट हैं. वो आते ही अपने काम में लग जाते हैं.