विक्की कौशल की फिल्म 'छावा' 14 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. इस फिल्म का फैंस काफी लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं. यह एक हिस्टोरिकल फिल्म है. इस फिल्म में विक्की कौशल छत्रपति शिवाजी महाराज के बड़े बेटे संभाजी के किरदार में हैं. फिल्म 'छावा' में विक्की कौशल ने घुड़सवारी से लेकर तलवारबाजी तक सारे स्टंट स्वयं किए.
फिल्म बनाते वक्त लोगों की आस्था का ध्यान रखना पड़ा
एक इंटरव्यू में जब विक्की से पूछा गया कि आपको इस फिल्म को करने के लिए क्या-क्या भूलना पड़ा. तब विक्की कहते हैं, 'भूलने से ज्यादा मुझे उस ऐतिहासिक दुनिया को समझना पड़ा. साढ़े तीन सौ साल पहले के दौर व संस्कृति को समझना पड़ा. उनकी क्या मान्यताएं थीं, वे किन उसूलों पर चलते थे इन सबको जानना-समझना पड़ा. महाराष्ट्र के लिए तो छत्रपति संभाजी महाराज भगवान के समान हैं. ऐसे में न केवल एक्टर को बल्कि पूरी टीम को काफी जिम्मेदारी के साथ काम करना पड़ता है. ताकि, किसी की आस्था को ठेस ना पहुंचे.
फिल्म के डायरेक्टर ने बढ़ाया हौसला
एक्टर विक्की कहते हैं, 'जब मेरे पास इस रोल का प्रस्ताव आया था तो मैंने स्वयं से यही सवाल पूछा था कि क्या मैं इस रोल को कर पाऊंगा. छत्रपति संभाजी महाराज महान योद्धा थे. मुझे तैयारी करने के लिए छह-सात महीने मिले थे. उनकी जो शारीरिक बनावट थी या फिर उनकी तरह घुड़सवारी करना, इन सब के लिए हिम्मत जुटाने का आत्मविश्वास फिल्म के डायरेक्टर लक्षमण उतेकर सर से मिला. वह तब से लेकर आज तक मुझे राजे ही बुलाते है. यह शब्द मेरी चेतना में बस गया है. यह शब्द एक कलाकार में इतना आत्मविश्वास भर देता है कि आप स्वयं को उस जगह पर देखने लग जाते हैं.'
घुड़सवारी से लेकर तलवारबाजी तक विक्की ने खुद किया है
विक्की आगे कहते हैं, 'मुझे पहले घोड़े से दोस्ती करनी थी. उसका नाम आजाद था. छह-सात महीने मैंने घोड़े के साथ बिताए थे. उसके साथ ट्रेनिंग ली थी. हमारे पास स्पेशलाइज विदेशी टीम थी, जो मुझे घुड़सवारी सिखाती थी. वे घोड़े की ट्रेनिंग भी करवाते थे. इसके लिए काफी मेहनत करना पड़ा.' फिल्म में विक्की कौशल ने बिना बॉडी डबल किए घुड़सवारी से लेकर तलवारबाजी तक के स्टंट खुद किए है.
दस साल से था मौके का इंतजार
विक्की फिलहाल संजय लीला भंसाली की फिल्म 'लव एंड वार' की शूटिंग कर रहे हैं. इसके बाद वह पौराणिक फिल्म 'महावतार' पर भी काम शुरू करेने वाले हैं. इस फिल्म में विक्की भगवान परशुराम का किरदार में होंगे. ज्यादातर, ऐतिहासिक फिल्म के बाद एक्टर थोड़ा सा ब्रेक लेते है ताकि उस कैरेक्टर की तैयारी कर सकें, पर विक्की थोड़ा अलग सोचते हैं.
उनका कहना है कि अच्छी कहानियों के बीच ब्रेक नहीं चाहिए. मुझे केवल अच्छी कहानियों का हिस्सा बनना है. मैं जो फिल्म आगे करने वाला हूं, वह भी एक महान कैरेक्टर है. ये सब कैरेक्टर ऐसे हैं, जहां मेरी एक्टिंग की परीक्षा होती है. मैं ऐसे मौकों के लिए पिछले दस साल से इंतजार कर रहा था. अब मौके मिल रहे हैं तो बस यही चाहिए.'