बॉलीवुड के दिग्गज फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप गुरुवार को अपना 48वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. अनुराग कश्यप का विवादों से पुराना नाता रहा है. बेबाक अंदाज में अपनी राय रखने वाले अनुराग मशहूर अपनी फिल्ममेकिंग के लिए हुए. अनुराग खुद ये बात कह चुके हैं कि उन्हें पर्दे के पीछे रहकर काम करना पसंद है.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में जन्मे अनुराग कश्यप की फिल्में काफी हटकर होती हैं लेकिन इस तरह की फिल्मों को बनाना ही शुरू में उन्हें भारी पड़ा था. महज 5 हजार रुपये लेकर मुंबई आए अनुराग ने जब फिल्में बनाना शुरू किया तो उनकी पहली ही फिल्म विवादों की भेंट चढ़ गई. फिल्म का नाम था पांच और ये फिल्म कभी रिलीज नहीं हुई.
दरअसल अनुराग की ये फिल्म पांच रॉकस्टार्स के बारे में थी जो ड्रग्स के नशे में लिप्त हैं. फिल्म में काफी ज्यादा वॉयलेंस दिखाया गया था लिहाजा ये फिल्म सेंसर ने बैन कर दी. इसके बाद अनुराग ने बनाई फिल्म ब्लैक फ्रायडे लेकिन ये फिल्म भी बुरी तरह विवादों रही और इसे भी सेंसर ने बैन कर दिया. फिल्म मुंबई धमाकों पर आधारित थी लेकिन राजनेताओं का नाम लेना और राजनीतिक दलों के बारे में बात करने के चलते अनुराग की ये फिल्म भी अटक गई.
कई साल बाद जब इस फिल्म को रिलीज किया गया तो तब तक लोग इसे भूल चुके थे और ये फिल्म आई गई हो गई. अनुराग की तीसरी फिल्म थी गुलाल. इस फिल्म पर भी काफी वक्त तक तलवार लटकती रही क्योंकि इसे फंडिंग ही नहीं मिल पा रही थी. एक वक्त ऐसा भी आया जब लगा कि शायद ये फिल्म कभी नहीं बन सकेगी.
ये फिल्म 5-6 साल में बनकर तैयार हुई थी. हर साल दीवाली अनुराग और उनकी टीम दीवाली पर जयपुर जाते थे और शूटिंग करते थे क्योंकि उन्हें दिवाली के वक्त वाला जयपुर दिखाना था. बाद में लोगों को कहानी अच्छी लगी तो कुछ कलाकारों ने फ्री में काम किया और फिल्म किसी तरह बनकर तैयार हो सकी. अनुराग की पहली हिट फिल्म की बात करें तो देव-डी पहली चलने वाली फिल्म थी और गैंग्स ऑफ वासेपुर अनुराग की पहली पूरी तरह से कामयाब फिल्म मानी जाती है.
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