
पृथ्वीराज के बाद अब अक्षय कुमार पर्दे पर छत्रपति शिवाजी महाराज के रोल में नजर आने वाले हैं. फिल्म को लेकर काफी दिनों से चर्चा हो रही थी. इसलिये अक्षय की पहली मराठी फिल्म मराठी फिल्म 'वेडात मराठे वीर दौड़ले सात' का टीजर रिलीज कर गया. फिल्म का टीजर शेयर करते हुए खिलाड़ी कुमारी ने लिखा, जय भवानी, जय शिवाजी. अब बात करते हैं मुद्दे की. स्मार्ट फैंस ने अक्षय कुमार की फिल्म की एक बड़ी गलती पकड़ी है. आप भी जान लीजिये क्या.
अक्षय कुमार क्यों हो रहे हैं ट्रोल?
'वेडात मराठे वीर दौड़ले सात' से अक्षय कुमार मराठी फिल्मों में कदम रखने जा रहे हैं. फिल्म को लेकर लोग काफी एक्साइटेड नजर आ रहे थे. पर अफसोस फिल्म का टीजर सामने आते ही कई दिल टूट गए. अक्षय कुमार की मराठी फिल्म का वीडियो देख कर यूजर्स ने उसमें कई कमियां देखी. सबसे बड़ी कमी लॉजिक की थी.
वीडियो में देख सकते हैं कि छत्रपति शिवाजी महाराज के रोल में नजर आ रहे अक्षय कुमार के सिर के ऊपर बल्ब दिख रहे हैं. यूजर्स का कहना है कि क्या 1674 में बल्ब थे. कम से कम से थोड़ी रिसर्च कर लेनी चाहिए थी. यूजर्स के मुताबिक, शिवाजी महाराज ने 1674 से 1680 तक शासन किया है. इस दौरान दुनिया में बल्ब का आविष्कार नहीं किया गया था. थॉमस एडिसन ने बल्ब की खोज 1880 में की थी. वैसे बात सच और दमदार हैं.
Shivaji Maharaj ruled from 1674 to 1680.
Thomas Edison invented light bulb in 1880.
This is Akshay Kumar playing Shivaji.#AkshayKumar #ShivajiMaharaj pic.twitter.com/o0m1FI844e— kuldeep Singh poonia (@KuldeepkdPoonia) December 6, 2022

नहीं पसंद आया लुक
वीडियो में फिल्म की छोटी झलक देख कर फैंस समझ गये हैं कि ऐतिहासिक कहानी में लॉजिक की कमी देखने को मिलने वाली है. इसके बाद दूसरी सबसे बड़ी बात ये है कि फैंस को फिल्म में अक्षय कुमार का लुक भी कुछ समझ नहीं आया. फिल्म फैंस का मानना है कि अक्षय कुमार से ज्यादा रणवीर सिंह इस रोल के लिये परफेक्ट हैं.
वहीं कुछ यूजर्स ने महाराजा के रोल का मजाक बनाने के लिये अक्षय कुमार पर नाराजगी भी जाहिर की है. कुछ लोग अक्षय कुमार को किरदार के लिये टिप्स तक देते नजर आए. लोग जिस तरह फिल्म को लेकर गुस्सा दिखा रहे हैं, उसे देख कर लगता है कि फिल्ममेकर्स रिलीज से पहले बड़े बदलाव कर सकते हैं.