सुपरस्टार आमिर खान इन दिनों अपने भाई फैसल खान के दिए विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में बने हुए हैं. फैसल ने हाल ही में इंटरव्यू के दौरान अपने परिवार पर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि उनके परिवार ने उन्हें करीब एक साल तक घर में बंद रखा क्योंकि उनके मुताबिक वो पागल थे. अब फैसल के इन्हीं विवादित बयानों पर आमिर के पूरे परिवार का स्टेटमेंट सामने आया है.
फैसल ने दिए विवादित बयान, क्या कह रहा उनका परिवार?
आमिर खान के परिवार ने एक ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी करके फैसल के दिए बयानों को दुखद बताया है. उनका कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब फैसल ने कुछ घटनाओं को तोड़-मरोड़कर मीडिया में पेश किया है. स्टेटमेंट में लिखा है, 'हम फैसल द्वारा अपनी मां जीनत ताहिर हुसैन, बहन निखत हेगड़े और भाई आमिर की गलत और दुख पहुंचाने वाली इमेज से बहुत दुखी हैं.'
'चूंकि ये पहली बार नहीं है जब उन्होंने इन घटनाओं को तोड़ा-मरोड़ा है, इसलिए हमें अपना ईरादा साफ करना और ये बताना जरूरी लग रहा है कि हम एक परिवार के रूप में एकजुट हैं. ये बताना बेहद जरूरी है कि फैसल से जुड़ा हर फैसला पूरे परिवार ने मिलकर कई डॉक्टरों से सलाह करके लिया है.'
क्या है आमिर के परिवार की रिक्वेस्ट?
आमिर के परिवार ने आगे ये भी बताया कि उन्होंने फैसल के बारे में कभी इसलिए मीडिया में बात नहीं की क्योंकि ये वक्त सभी के लिए बेहद मुश्किल था. उन्होंने लिखा है, 'ये फैसले प्यार, दया और उनकी भावनात्मक और मानसिक भलाई का ध्यान रखते हुए लिए गए हैं. इसी वजह से हमने अपने परिवार के इस मुश्किल दर्दनाक वक्त के बारे में पब्लिकली बात करने से परहेज किया है.'
आमिर के परिवार ने मीडिया से भी इस मामले के प्रति संवेदना दिखाने की बात लिखी और फैसल के बयानों को दुख पहुंचाने वाली अफवाह ना बनाने की रिक्वेस्ट की है. ये स्टेटमेंट आमिर के पूरे परिवार की तरफ से आया है. जिसमें उनकी एक्स वाइफ रीना दत्ता, किरण राव, तीनों बच्चों जुनैद, आयरा और आजाद, दोनों बहनें निखत और फरहत, कजिन मंसूर खान, नुजाहत खान का भी नाम शामिल है.
बता दें कि फैसल ने इंटरव्यू में आमिर खान और अपने परिवार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने फैसल को एक साल तक घर में बंद करके रखा हुआ था. उनका कहना था कि पूरा परिवार उन्हें पागल समझने लगा था. फैसल ने भाई आमिर पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने उनका मोबाइल ले लिया था और उनके कमरे के बाहर बॉडीगार्ड खड़े कर दिए ताकि वो घर से बाहर नहीं निकल पाएं. उन्हें दवाइयां खिलाई गईं. हालांकि कुछ समय बाद उनका मानसिक मूल्यांकन हुआ जिसके बाद उन्हें मानसिक रूप से फिट घोषित किया गया.