उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की एक विधानसभा सीट है चुनार विधानसभा सीट. विंध्य पर्वत श्रृंखला की गोद में बसा चुनार पर्यटन के नक्शे पर मजबूत मौजूदगी दर्ज कराता है. ऐतिहासिक चुनार के किले के साथ ही इस इलाके में कई जल प्रपात, गुफा और घाटियां हैं. यह आध्यात्मिक लिहाज से भी महत्वपूर्ण स्थल है. चुनार मिट्टी के खिलौने, बर्तन और मूर्तियों के लिए भी प्रसिद्ध है. चुनार किले के करीब से होकर गंगा नदी बहती है. चुनार किले का जिक्र देवकीनंदन खत्री ने अपने उपन्यास चंद्रकांता में भी किया है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
चुनार विधानसभा क्षेत्र के चुनावी अतीत की बात करें तो यहां से साल 1974 और 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर ओम प्रकाश सिंह निर्वाचित हुए थे, 1980 में जनता पार्टी (सेक्यूलर), 1985 में लोक दल और 1989, 1991 में जनता दल के टिकट पर यदुनाथ सिंह विधायक निर्वाचित हुए. 1993, 1996, 2002 और 2007 में फिर से ओमप्रकाश सिंह चुनार सीट से बीजेपी के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए. ओमप्रकाश सिंह सूबे में बीजेपी की सरकार में मंत्री भी रहे. 2012 में समाजवादी पार्टी (सपा) के जगदंबा सिंह पटेल विधायक बने थे.
2017 का जनादेश
चुनार विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पूर्व विधायक ओमप्रकाश सिंह के पुत्र अनुराग सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था. सपा से जगदंबा सिंह, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से अनमोल सिंह उम्मीदवार थे. बीजेपी के अनुराग सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के जगदंबा सिंह पटेल को 62 हजार 228 वोट से हरा दिया था.
सामाजिक ताना-बाना
चुनार विधानसभा क्षेत्र में कुल करीब साढ़े तीन लाख मतदाता हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में कुर्मी मतदाताओं की बहुलता है. चुनार विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम तय करने में अनुसूचित जाति के मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में सामान्य वर्ग के मतदाताओं के साथ ही निषाद, कुशवाहा और अल्पसंख्यक वर्ग के मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
चुनार विधानसभा सीट से विधायक अनुराग सिंह इस इलाके के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह के पुत्र हैं. अनुराग सिंह का दावा है कि उनके कार्यकाल के दौरान इस विधानसभा क्षेत्र के हर इलाके में विकास कार्य हुए हैं. अनुराग के दावों को खारिज करते हुए विपक्षी दलों के नेता इलाके की समस्याएं गिना रहे हैं. चुनार विधानसभा सीट के लिए मतदान यूपी चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में 7 मार्च को होना है. बता दें कि प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए मतदान की प्रक्रिया सात चरण में संपन्न होनी है.