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Chhibramau Assembly Seat: सपा के गढ़ में खिला था कमल, इस बार क्या होगा?

छिबरामऊ विधानसभा सीट सपा का गढ़ मानी जाती है. इस सीट से 2017 में बीजेपी के टिकट पर अर्चना पांडेय चुनाव जीती थीं. इस दफे भी बीजेपी ने अर्चना पांडेय को ही उम्मीदवार बनाया है.

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यूपी Assembly Election 2022 छिबरामऊ विधानसभा सीट
यूपी Assembly Election 2022 छिबरामऊ विधानसभा सीट
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कन्नौज जिले की सीट है छिबरामऊ विधानसभा
  • 2017 में जीती थीं बीजेपी की अर्चना पांडेय

उत्तर प्रदेश की इत्र नगरी कन्नौज जिले की एक विधानसभा सीट है छिबरामऊ विधानसभा सीट. कन्नौज जिले की एक तहसील है छिबरामऊ जिसका मुख्यालय छिबरामऊ नगरपालिका में है. छिबरामऊ विधानसभा सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है. इस विधानसभा सीट के लिए सात चरणों में होने जा रहे यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में 20 फरवरी को मतदान होना है.

राजनीतिक पृष्ठभूमि

छिबरामऊ विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो ये सीट देश की आजादी के बाद यूपी में हुए विधानसभा के दूसरे चुनाव यानी 1957 से अस्तित्व में है. शुरुआती दो चुनाव में इस सीट से प्रजातांत्रिक सोशलिस्ट पार्टी (पीएसपी) के कोतवाल सिंह भदौरिया विधायक निर्वाचित हुए. 1967 और 1974 में जनसंघ, 1993 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट पर रामप्रकाश त्रिपाठी, 1969 में कांग्रेस और 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर जगदीश्वर दयाल विधायक निर्वाचित हुए.

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छिबरामऊ विधानसभा सीट से 1980 में जनता पार्टी सेक्यूलर के राधेश्याम वर्मा, 1985 में कांग्रेस के संतोष चतुर्वेदी, 1989 में जनता दल और 1991 में जनता पार्टी के टिकट पर कप्तान सिंह विधायक निर्वाचित हुए. 1993 में इस सीट से बीजेपी को जीत मिली तो वहीं 1996 में यहां पहली बार सपा की साइकिल दौड़ी. 1996 में सपा के छोटे सिंह यादव, 2002 में बीजेपी के रामप्रकाश त्रिपाठी, 2007 और 2012 में सपा के अरविंद सिंह यादव छिबरामऊ सीट से विधायक रहे.

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2017 का जनादेश

छिबरामऊ विधानसभा सीट से साल 2017 के चुनाव में सपा ने अपने निवर्तमान विधायक अरविंद सिंह यादव पर ही भरोसा जताया. सपा के अरविंद के मुकाबले बीजेपी ने अर्चना पांडेय और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने ताहिर हुसैन को चुनाव मैदान में उतारा. बीजेपी की अर्चना ने सपा के गढ़ में सेंध लगा दी और अरविंद सिंह यादव के लगातार तीसरी दफे जीतने के मंसूबों पर पानी फेर दिया. बीजेपी की अर्चना ने सपा के अरविंद को 37 हजार वोट से अधिक के अंतर से हरा दिया था. बसपा के ताहिर हुसैन तीसरे स्थान पर रहे थे.

सामाजिक ताना-बाना

छिबरामऊ विधानसभा सीट के समाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां करीब साढ़े चार लाख मतदाता हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में हर ब्राह्मण, राजपूत और वैश्य के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं. छिबरामऊ विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में दलित वर्ग के मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं.

विधायक का रिपोर्ट कार्ड

छिबरामऊ विधानसभा सीट से विधायक बीजेपी की अर्चना पांडेय का दावा है कि उनके कार्यकाल में इलाके का चहुंमुखी विकास हुआ है. जीर्ण-शीर्ण सड़कों का जीर्णोद्धार, नई सड़कों का निर्माण कराने के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य को लेकर भी कार्य हुए हैं. विपक्षी दलों के नेता विधायक के दावे को खोखला बता रहे हैं. बीजेपी ने इस बार भी अर्चना पांडेय को ही चुनाव मैदान में उतारा है.

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