मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता एवं इस लोकसभा चुनाव में सतना सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अजय सिंह राहुल ने कहा है कि जिस तरह मैच फिक्सिंग होती है, उसी तरह चुनाव में सीटों की फिक्सिंग भी यदि होती है तो उसकी जांच होनी चाहिए.
अजय ने संवाददाताओं द्वारा बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर द्वारा कांग्रेस को मध्यप्रदेश में 29 में से पांच से छह सीटें मिलने की उम्मीद जताने को लेकर पूछने पर कहा कि गौर का यह कहना कि ये सीटें कांग्रेस इसलिए जीतेगी, क्योंकि वहां बीजेपी का कोई वरिष्ठ नेता प्रचार करने नहीं गया. यह मायने रखता है. उन्होंने कहा कि गौर पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, उनको जानकारी होगी कि जिस तरह मैच फिक्स होते हैं, उसी तरह चुनाव में सीटें भी फिक्स हो सकती हैं. जहां तक उनकी सतना सीट का सवाल है, तो वहां बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, लोकसभा में विपक्ष की निवर्तमान नेता सुषमा स्वराज तथा बसपा सुप्रीमो मायावती जैसे दिग्गज नेता उनके खिलाफ प्रचार करने आए थे.
प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता ने कहा कि गौर के कथनानुसार यदि सीटें फिक्स हो सकती हैं, तो इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वह गौर की इस बात से सहमत नहीं हैं कि कांग्रेस यहां पांच से छह सीटें जीत सकती है, हम तो यहां एक दर्जन से अधिक सीटें जीत रहे हैं. एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रदेश में यदि बीजेपी नेताओं ने जानबूझकर कई सीटों को कमजोर प्रत्याशी दिए हैं और ऐसे में बीजेपी की कम सीटें आई तो आरएसएस बर्दाश्त नहीं करेगी.
उमा भारती के साथ हुआ अन्याय
अजय ने कहा कि बीजेपी में उमा भारती ही इस प्रदेश में सर्वमान्य नेता हैं. उनकी बदौलत ही बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने हैं. उनके साथ बीजेपी में हमेशा अन्याय हुआ है और अभी भी हो रहा है. उन्हें जानबूझकर हराने के लिए झांसी से उतारा गया है. वे भोपाल से चुनाव लड़ना चाहती थी. उन्हें झांसी में हराने के लिए आज भी कई नेता लगे हैं.
उन्होंने कहा कि इसके बावजूद उमा भारती फिर ताकतवर बनकर उभरकर आएंगी. प्रदेश के बीजेपी नेता इसके लिए तैयार रहें. यह पूछने पर कि उमा भारती के प्रति उनके दिल में इतनी जगह क्यों है, उन्होंने कहा कि वह बहुत अच्छी नेता और मेरी बहन हैं.