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साल 2009 में भी 16 मई को आया था लोकसभा चुनाव का नतीजा

16 मई यानी कैलेंडर ईयर का 136वां दिन. 16 मई 2014 को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की 16वीं लोकसभा का परिणाम घोषित होगा और इसका इंतजार हर किसी को है. इसे संयोग ही कहा जाएगा कि 15वीं लोकसभा चुनाव का परिणाम भी 16 मई 2009 को घोषित किया गया था.

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Symbolic Image
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16 मई यानी कैलेंडर ईयर का 136वां दिन. 16 मई 2014 को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की 16वीं लोकसभा का परिणाम घोषित होगा और इसका इंतजार हर किसी को है. इसे संयोग ही कहा जाएगा कि 15वीं लोकसभा चुनाव का परिणाम भी 16 मई 2009 को घोषित किया गया था.

गांव की चौपालों, शहर की गलियों और नुक्कड़ों से लेकर दुनिया भर के लोगों की नजर 16 मई पर लगी हुई है. हर कोई जानना चाह रहा है कि भारत की सियासत इस बार किस ओर करवट लेगी. वहीं 16 मई को लेकर ईवीएम मशीनों के जरिए होने वाली मतगणना को लेकर भी चुनाव आयोग के निदेर्शो पर सभी जगह तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.

देखा जाए तो 16 मई अपने आप में कई इतिहास समेटे हुए हैं. 16-16 का यह संयोग किसके लिए भाग्यशाली साबित होता है, इसका पता भी 16 मई को ही चलेगा.

इससे पहले 15वीं लोकसभा चुनाव का परिणाम भी 16 मई 2009 को घोषित किया गया था. 16 का यह आंकड़ा देश की राजनीति में काफी महत्व रखता है. 16 मई 1996 को अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार प्रधानमंत्री बने थे और वह 1 जून 1996 तक इस पद पर रहे. उनकी सरकार वैसे 13 दिन में गिर गई थी, लेकिन वह 16 दिन तक प्रधानमंत्री की कुर्सी पर रहे.

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मई माह के दौरान 16 के बाद 22 तारीख का भी महत्व है. 22 मई 2004 और 2009 को डॉ. मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री के रूप में पहला और दूसरा कार्यभार संभाला. अब देखना यह है कि 16 मई को 16वीं लोकसभा का चुनाव आने के बाद नई सरकार का गठन किस तिथि को होता है.

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