महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की सियासी जंग फतह करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) हर संभव कोशिश में जुट गई है. ऐसे में बीजेपी ने अब उत्तर प्रदेश के रास्ते महाराष्ट्र में कमल खिलाने की कवायद शुरू की है. महाराष्ट्र में रह रहे उत्तर प्रदेश के लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए अलग से एक डेस्क और एक कॉल सेंटर लखनऊ में स्थापित किया गया है.
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य इन दिनों महाराष्ट्र में बीजेपी के सहप्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. ऐसे में महाराष्ट्र में रहने वाले उत्तर प्रदेश के लोगों को साधने के लिए बड़ा दांव चला गया है. महाराष्ट्र में रह रहे सूबे के लोगों के परिजनों की समस्याओं को हल करने के लिए अपने लखनऊ स्थित कार्यालय में भाजपा ने अलग डेस्क शुरू किया है.
मौर्य का कहना है कि बीजेपी का सह प्रभारी बनाए जाने के बाद जब वह महाराष्ट्र पहुंचे तो वहां कई लोगों ने उनसे मुलाकात की और उन्होंने अपनी-अपनी समस्याओं के बारे में बताया. इसके बाद लखनऊ लौटते ही सबसे पहले उन्होंने महाराष्ट्र में रह रहे लोगों के परिवारों के लिए एक डेस्क स्थापित किया, जिसमें उनकी समस्याएं रोज सुनी जा रही हैं.
महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे सहित अनेक शहरों में उत्तर प्रदेश के काफी लोग रहते हैं. यूपी के प्रवासियों की आबादी महाराष्ट्र में लाखों में है. इतना ही नहीं कई सारे लोग तो कई पीढ़ियों से वहां रह रहे हैं. लेकिन उनकी जड़ें आज भी अपने राज्य यूपी से जुड़ी हुई हैं, जहां उनके परिजन रहते हैं. बीजेपी ने इन्हीं परिजनों के सहारे महाराष्ट्र में उनके परिवार के लोगों के वोट को हासिल करने का बड़ा दांव चला है.
केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि लोग अपनी समस्याएं व सुझाव के लिए Dycmkpm.mh@gmail.com पर मेल कर सकते हैं. हम संबंधित विभाग से कह कर तत्काल उस पर उचित कदम उठाएंगे. उप मुख्यमंत्री ने सोमवार को मुंबई पहुंचते ही सीधे चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में हिस्सा लिया और चुनाव जीतने के लिए रणनीति बनाई.