पश्चिम बंगाल की उत्तरी दीनाजपुर की चोपड़ा सीट से तृणमूल कांग्रेस विधायक हमीदुल रहमान का एक बयान चर्चा में है, जिसमें वो खुलेआम धमकी दे रहे हैं. टीएमसी विधायक रहमान ने धमकाते हुए कहा है कि 26 तारीख को सेंट्रल फोर्स चली जाएगी, उसके बाद हमारी फोर्स के साथ ही रहना है.
रिपोर्ट के मुताबिक, टीएमसी विधायक रहमान ने कहा कि बीजेपी, कांग्रेस और सीपीएम के कुछ लोग ताक में हैं. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि सेंट्रल फोर्स 26 तारीख तक है. उसके बाद हमारी ही फोर्स के साथ रहना है. अगर बीजेपी, कांग्रेस या सीपीएम के लोगों ने कुछ किया, तो हम उसका जवाब देंगे.
रहमान यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि मैं बीजेपी, कांग्रेस और सीपीएम के लोगों से अनुरोध करता हूं कि अपना कीमती वोट बर्बाद न करें. कोई बदनामी न करें. 26 अप्रैल को सेंट्रल फोर्स चली जाएगी. उसके बाद हमारी ही फोर्स रहेगी तो अगर उनके साथ कुछ होता है तो फिर उन्हें शिकायत करने या केस दर्ज करवाने के लिए नहीं आना चाहिए.'
बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी का कहना है कि टीएमसी विधायक हमीदुल रहमान के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. उन्हें वोटर्स और विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं को धमकाते देखा जा सकता है. वो साफ-साफ कह रहे हैं कि एक बार चुनाव खत्म हो जाएगा, सेंट्रल फोर्सेज चली जाएगी, जिसके बाद सिर्फ टीएमसी की फोर्स रह जाएगी. इसके बाद वोटर्स और विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं को उनसे निपटना होगा. मैं चुनाव आयोग से अनुरोध करता हूं कि टीएमसी विधायक की धमकी पर संज्ञान लें, जो स्पष्ट तौर पर वोटर्स को धमका रहे हैं.
दरअसल, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में सेंट्रल फोर्स की 150 से ज्यादा कंपनियां तैनात हैं. पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों पर सभी सात चरणों में चुनाव होने हैं. 26 अप्रैल को दूसरे चरण में रायगंज सीट पर भी वोट डाले जाएंगे. उत्तरी दीनाजपुर रायगंज लोकसभा में ही आता है. वोटिंग होने के बाद सेंट्रल फोर्स की कंपनियां यहां से चली जाएंगी.
हमीदुल रहमान 2001 में पहली बार चोपड़ा सीट से विधायक चुने गए थे. 2006 के चुनाव में वो कांग्रेस उम्मीदवार से हार गए थे. इसके बाद 2011 से लगातार तीन बार से वो यहां से जीतते आ रहे हैं. 2021 के विधानसभा चुनाव में हमीदुर रहमान ने बीजेपी के शाहीन अख्तर को 60 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था. उस चुनाव में उन्हें 61 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे.