आम आदमी पार्टी द्वारा एक बार फिर ऑपरेशन लोटस के विवाद को हवा दी जा रही है. ताजा घटनाक्रम के मुताबिक आम आदमी पार्टी के तीन विधायकों ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि उनको भाजपा में शामिल होने के लिए विदेश से कॉल किया गया और करोड़ों रुपये देने का प्रलोभन भी दिया. ताजा आरोप लगाने वालों में जलालाबाद के विधायक गोल्डी कंबोज, लुधियाना दक्षिण की विधायक राजेंद्र कौर छीना और बलुआणा फाजिल्का के विधायक अमनदीप मुसाफिर शामिल है.
इन तीनों विधायकों ने दावा किया है कि उनको साइप्रस के मोबाइल नंबर +3579671895 से किसी सेवक सिंह नामक व्यक्ति ने फोन किया और कहा कि अगर आप भारतीय जनता पार्टी में शामिल होते हो तो आपको 20 से 25 करोड रुपए के अलावा सुरक्षा कवर और कैबिनेट रैंक भी दिया जाएगा. विधायक अमनदीप मुसाफिर ने दावा किया है कि उनको 45 करोड रुपये ऑफर किए गए.
दिलचस्प बात यह है कि इसी तरह के आरोप जालंधर के विधायक शीतल अंगूरल ने भी 25 महीने पहले भाजपा पर लगाए थे. उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने सारे सबूत अपनी शिकायत के साथ राज्य के विजिलेंस विभाग को सौंप दिए थे . लेकिन दो साल से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी विजिलेंस विभाग ने इस पूरे प्रकरण के बाद की गई जांच संबंधी कोई जानकारी साझा नही की है.
भाजपा नेताओं ने भी आम आदमी पार्टी सरकार से मांग की थी कि वह विधायक द्वारा दी गई रिपोर्ट पर की गई जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करें. इस पूरे मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है. आम आदमी पार्टी के विधायक शीतल अंगुराल और जालंधर से पार्टी के सांसद सुशील रिंकू अब भाजपा में शामिल हो गए हैं. भाजपा में शामिल होते ही शीतल अंगूराल की भाषा भी बदल गई. उन्होंने दावा किया है कि ऑपरेशन लोटस के आरोप दबाव में आकर लगाए थे. पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ के मुताबिक आम आदमी पार्टी अपने विधायकों को मोहरा बनाकर भाजपा को बदनाम कर रही है. उन्होंने कहा है कि अगर शिकायतकर्ताओं के पास कोई सबूत है तो सरकार उनके आधार पर जांच करें और इस पर कोई राजनीति ना हो.
उधर, इस मामले में सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमारे पंजाब के तीन विधायकों ने वो नंबर भी साझा किए हैं जिनसे उनको ये कॉल आई थी. उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल तो चाहते हैं कि न अंदर से सरकार चले और न ही बाहर से सरकार चले.सीएम पद से अरविंद केजरीवाल को पद से हटाने की अर्जी को लेकर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब संविधान में कोई कमी नजर नहीं आई तो ऐसे याचिका कोर्ट में दायर की गई.