जेडीयू ने बिहार के 16 लोकसभा सीटों से अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. इसके साथ ही पार्टी ने अपने दो मौजूदा सांसदों का टिकट काट लिया. इनकी जगह पर पार्टी ने नए चेहरों पर भरोसा जताया है. पार्टी ने सीतामढ़ी से सांसद सुनील कुमार पिंटू और सिवान से सांसद कविता सिंह को इस बार टिकट नहीं दिया है.
रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने जिन 16 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की उसमें सिवान से कविता सिंह और सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू का नाम नहीं था. इन दोनों की जगहों नए नाम की घोषणा की गई है.
सीतामढ़ी से अब देवेश चंद्र ठाकुर होंगे जेडीयू उम्मीदवार
सीतामढ़ी से जेडीयू ने सुनील कुमार पिंटू का टिकट काटकर देवेश चंद्र ठाकुर पर भरोसा जताया है. देवेश चंद्र ठाकुर बिहार विधान परिषद के सभापति भी हैं.वहीं सिवान से वर्तमान सांसद कविता सिंह की जगह एक दिन पहले पार्टी ज्वाइन करने वाली विजय लक्ष्मी कुशवाहा को जेडीयू मैदान में उतार रही है.
रमा देवी का टिकट काटकर दिया लवली आनंद को मौका
इसके अलावा भी जेडीयू ने पार्टी में हाल में ही शामिल होने वाले कुछ लोगों पर दांव लगाया है. इसमें बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद भी शामिल हैं. आरजेडी छोड़कर जेडीयू का दामन थामने वाली लवली आनंद को पार्टी ने शिवहर से टिकट दिया है. यहां से वर्तमान में बीजेपी की रमा देवी सांसद हैं. इस तरह देखा जाए तो एनडीए उम्मीदवार के रूप में लवली आनंद को मौका मिलने से रमा देवी का भी टिकट कट चुका है.
महागठबंधन में रहते बदल गए थे सुनील कुमार पिंटू के सुर
दिसंबर में जब तीन राज्यों में बीजेपी की भारी जीत के बाद जब सीतामढ़ी सांसद सुनील कुमार पिंटू ने पीएम मोदी को लेकर बीजेपी के पक्ष में बयान दिया था. उस वक्त जेडीयू महागठबंधन में आरजेडी के साथ थी और जेडीयू सांसद के बयान के बाद काफी सियासी बवाल उठा था. तब जेडीयू के बड़े नेताओं यहां तक की नीतीश कुमार ने भी सुनील कुमार पिंटू पर निशाना साधा था. उस समय से ही अटकलबाजी तेज हो गई थी कि जेडीयू इस बार सुनील कुमार पिंटू को टिकट नहीं देने वाली है.