तेलंगाना की महबूबनगर लोकसभा सीट समेत 18 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 91 लोकसभा सीटों के लिए गुरुवार को वोट डाले गए. पहले चरण की सभी 91 लोकसभा सीटों पर गुरुवार सुबह सात बजे से वोटिंग हुई. चुनाव आयोग ने शांतिपूर्वक मतदान संपन्न कराने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की. तेलंगाना की महबूबनगर लोकसभा सीट से कुल 12 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जिनकी किस्मत अब ईवीएम में कैद हो गई है. इस सीट पर 64.99 फीसदी वोट पड़े. इस सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 15 लाख 5 हजार 190 है.
इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने डीके अरुणा, कांग्रेस पार्टी ने चल्ला वमशी चंद रेड्डी, तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) ने मन्ने श्रीनिवास रेड्डी, अंबेडकर नेशनल कांग्रेस ने इमरान अहमद खान, बहुजन मुक्ति पार्टी ने वी दसराम नाइक और इंडियन रक्षक नयाकुडू पार्टी ने ई. शिवदुर्गा प्रसाद रेड्डी को चुनाव मैदान में उतारा है.
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इसके अलावा अजीम खान, इम्तियाज अहमद, जोरिघा विश्वेश्वर, डी थिम्मप्पा, पोला प्रशांत कुमार और मुन्नुरुकपु गोपाल रेड्डी बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे हुए हैं. इस बार यहां टीआरएस, कांग्रेस और बीजेपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से टीआरएस के ए.पी. जितेंद्र रेड्डी ने जीत हासिल की थी. उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंदी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार जयपाल रेड्डी को करीब ढ़ाई हजा वोटों से शिकस्त दी थी.
जितेंद्र रेड्डी को 32.94 फीसदी यानी 3 लाख 34 हजार 228 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार जयपाल रेड्डी को 32.68 फीसदी यानी 3 लाख 31 हजार 638 वोट मिले थे. वहीं, बीजेपी उम्मीदवार नागम जनार्दन रेड्डी तीसरे नंबर पर रहे थे. उनको 26.88 फीसदी यानी 2 लाख 72 हजार 791 वोट मिले थे. पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर 70.92 फीसदी वोट पड़े थे.
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इससे पहले साल 2009 के लोकसभा चुनाव में टीआरएस ने कांग्रेस के हाथ से यह सीट छीन ली थी. टीआरएस के सीट से यहां के. चंद्रशेखर राव लड़े थे और कांग्रेस के डी. विट्टल राव को करीब 20 हजार वोटों के अंतर से हराया था. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में के. चंद्रशेखर राव को 3 लाख 66 हजार 569 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के विट्टल राव को 3 लाख 46 हजार 385 वोट मिले थे.
महबूबनगर लोकसभा सीट तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों में से एक है, जो महबूबनगर जिले में आती है. महबूबनगर जिला हैदराबाद के छठे निजाम मीर महबूब अली खान के समय में बना था और उनके नाम पर ही इस जिले का नाम पड़ा. साल 2011 की जनगणना के मुताबिक इस लोकसभा सीट की 80 फीसदी आबादी ग्रामीण और 20 फीसदी आबादी शहरी इलाकों में रहती है. फिलहाल महबूबनगर सीट से टीआरएस के ए.पी. जितेंद्र रेड्डी सांसद हैं.
यह सीट कभी कांग्रेस का गढ़ रही है. हालांकि पिछले दो बार से यहां टीआरएस जीत दर्ज कर रही है. इतना ही नहीं, महबूबनगर संसदीय क्षेत्र में आने वाली सभी विधानसभा सीटों पर भी टीआरएस का ही कब्जा है. महबूबनगर लोकसभा क्षेत्र में सात विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें कोडंगल, नारायनपेट, महबूबनगर, जाडचेरला, देवरकाडरा, मकथाल और शादनगर विधानसभा सीटें शामिल हैं.
आपको बता दें कि महबूबनगर लोकसभा सीट 1957 में अस्तित्व में आई थी, उस समय यह आंध्र प्रदेश का हिस्सा हुआ करती थी. इस सीट पर अब तक 16 लोकसभा चुनाव हो चुके हैं, जिनमें से 10 बार कांग्रेस को जीत मिली है. हालांकि, बीच-बीच में तेलंगाना प्रजा समिति, भारतीय जनता पार्टी और जनता पार्टी के उम्मीदवार भी यहां से जीत दर्ज करते रहे हैं. तेलंगाना आंदोलन के समय यहां से तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति के फाउंडर के. चंद्रशेखर राव जनता के प्रतिनिधि थे.
इस सीट से सबसे ज्यादा चार बार जे. रामेश्वर और डॉ मल्लिकार्जुन चुनाव जीते. रामेश्वर तीन बार कांग्रेस के टिकट और एक बार तेलंगाना प्रजा समिति के टिकट से जीतकर संसद पहुंचे. डॉ मल्लिकार्जुन भी तीन बार कांग्रेस के टिकट और एक बार कांग्रेस (इंदिरा) के टिकट से जीत दर्ज की. इसके अतिरिक्त पूर्व केंद्रीय मंत्री जयपाल रेड्डी भी 8वीं और 12वीं लोकसभा के लिए इसी सीट से चुने गए थे.
महबूबनगर लोकसभा सीट में वोटरों की संख्या 15 लाख 5 हजार 190 है. इस सीट पर वोटरों का टर्नआउट भी अच्छा खासा रहता है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर 70 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई थी.