उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पार्टी बीजेपी को जिस गाज़ियाबाद सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव में सूबे की सबसे बड़ी जीत मिली थी, इस बार के चुनाव में उसी गाजियाबाद में बीजेपी को एक छोटी सी जनसभा में खाली भरना भी मुश्किल हो गया. यहां साढ़े 12 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलिकॉप्टर रामलीला मैदान में बने हैलीपैड पर उतरा तो स्थानीय बीजेपी नेताओं के पसीने छूट गए.
योगी आदित्यनाथ गाज़ियाबाद पहुंच गए थे और राम लीला मैदान की जनसभा की ज़्यादातर कुर्सियां ख़ाली पड़ी थीं. इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनसभा की बजाय पहले पास के ही श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचे. तकरीबन 20 मिनट बाद योगी आदित्यनाथ रामलीला मैदान में जनसभा को संबोधित करने मंच पर पहुंच गए और उसके अगले बीस मिनट बाद योगी का संबोधन शुरू हो गया, बावजूद इसके पीछे की तरफ़ सैकड़ों कुर्सियां ख़ाली पड़ी रहीं.
क्यों रह गईं कुर्सियां खाली?
2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान गाज़ियाबाद में जनरल वी के सिंह को उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी जीत हासिल करने का रुतबा मिला था. लेकिन जनसभा में कम भीड़ इस बात का इशारा कर रही थी, कि ये चुनाव गाज़ियाबाद में वी के सिंह के लिए कहीं भारी ना पड़ जाए. क्योंकि गाज़ियाबाद में सत्ता विरोधी लहर साफ़ नज़र आ रही है. हालांकि भीड़ कम होने का एक बड़ा कारण ये भी रहा कि रविवार को बेहद गर्म दिन था. दोपहर 12 बजे चढ़ते पारे के बीच बीजेपी को जनसभा के लिए कार्यकर्ता जुटाना भारी पड़ रहा था.
'गाज़ियाबाद के लिए दिन रात सोचते हैं वीके सिंह'
योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद में अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश के तमाम बड़े मुद्दों से लेकर गाज़ियाबाद के स्थानीय मुद्दों तक का ज़िक्र किया. योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में पहले तो सेना की जमकर तारीफ़ की और उसके बाद विपक्ष पर जमकर हमला बोला. इसके बाद योगी ने जनरल वीके सिंह की तारीफ़ों के पुल बांधे.
योगी ने कहा कि जनरल साहब ग़ाज़ियाबाद के लिए दिन-रात सोचते हैं और यह उनके प्रयासों का ही नतीजा है कि आज गाज़ियाबाद पहले के मुक़ाबले सबसे तेज़ तरक़्क़ी कर रहा है. योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने गाज़ियाबाद के लिए हज़ारों करोड़ रुपए की बड़ी परियोजनाएं दी हैं. आने वाले दिनों में जनता को इसका सीधा लाभ मिलने जा रहा है.
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