2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी प्रचंण बहुमत की ओर है. भारतीय जनता पार्टी अकेले अपने दम पर 303 सीटें हासिल करने के कगार पर है वहीं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 247 सीटें जीतने के करीब है. वहीं संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के पास अब तक मिले रुझानों के मुताबिक 92 सीटें आ रही हैं. यूपीए के सबसे बड़े दल कांग्रेस पार्टी के पास कुल 51 सीटें आने वाली हैं. साफ तौर पर इस बार भी स्पष्ट है कि विपक्ष का दर्जा हासिल करना भी कांग्रेस के लिए बेहद मुश्किल साबित होने वाला था. पिछले बार के चुनाव में भी लोकसभा में किसी भी दल को विपक्ष का दर्जा हासिल नहीं हो पाया था.
देश में एनडीए से अलग लगभग सभी राजनीतिक पार्टियां पहले एकजुट होकर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ कई मंचों पर एक साथ नजर आईं लेकिन चुनावों की तारीखों का ऐलान होने के बाद सभी प्रमुख पार्टियों में अनबन की खबरें सामने आने लगीं. कांग्रेस के साथ सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियां कन्नी काटती नजर आईं. इससे पहले कई राजनीतिक मंचों पर कांग्रेस सभी विपक्षी दलों के साथ नजर आई. उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ साझा चुनाव लड़ने की तैयारी में थी लेकिन सीट शेयरिंग पर बात नहीं बन सकी.
कांग्रेस ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा करने का ऐलान किया. लेकिन कांग्रेस के हिस्से में सिर्फ एक सीट आई. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी अपनी सीट बचाने में कामयाब नहीं हो सके. अब कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने पद से इस्तीफा देने का विचार कर रहे हैं. प्रियंका गांधी की राजनीतिक एंट्री भी उत्तर प्रदेश और देश में कोई कमाल नहीं दिखा सकी.
इससे पहले 2014 के लोकसभा के चुनाव में बीजेपी को अपने दम पर कुल 282 सीटें हासिल हुई थीं वहीं एनडीए के पास कुल 543 सीटें थीं. इस बार के रुझान में बीजेपी 2014 के मोदी लहर से ज्यादा सीटें हासिल करने जा रही है. पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पास कुल 44 सीटें थीं. वहीं यूपीए के खाते में कुल 60 सीटें रहीं. अन्य दलों के खाते में कुल मिलाकर 147 सीटें गई थीं.
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत के बाद दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में देश की जनता का आभार प्रकट किया. दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में पीएम मोदी के साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री मोदी ने जीते हुए सभी उम्मीदवारों को बधाई दी और जनता का आभार व्यक्त किया.
चार विधानसभा चुनावों में जीतने वाली पार्टियों को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं सभी राज्यों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हमारी पार्टी और सरकार संविधान पर समर्पित है. संघीय व्यवस्था पर समर्पित है. हमारी सरकार इन राज्यों के विकास के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी, यह विश्वास दिलाना चाहता हूं. साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम की जमकर सराहना की और उन्हें जीत की बधाई दी.
वहीं अमित शाह ने कहा कि यह ऐतिहासिक जीत है. 50 वर्ष बाद किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत के साथ सरकार चलाने का मौका मिला है. हमने 50 फीसदी की लड़ाई लड़ी और हमें 17 राज्यों में 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिले हैं. जनता ने एक ओर हमें प्रचंड बहुमत दिया है तो दूसरी कांग्रेस को करारी हार मिली है. उन्होंने राज्यों के नाम गिनाते हुए कहा कि कांग्रेस 17 राज्यों में अपना खाता नहीं खोल पाई है. इस जीत ने एक और बात साफ कर दिया है कि 50 साल से कांग्रेस परिवारवाद के बल पर राजनीति की है. लेकिन हमारी पार्टी ने इसके उलट काम किया और देश की जनता ने हमें समर्थन दिया.