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कर्नाटक: टिकट के लिए लगने लगी सिफारिश, कांग्रेस-देखी जाएगी 'जीतने की क्षमता'

कांग्रेस के केंद्र और राज्य में शीर्ष नेतृत्व की ओर से साफ संदेश है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए सिर्फ एक ही चीज मायने रखेगी और वो है जीत की क्षमता. कर्नाटक में कांग्रेस के ऐसे दर्जनभर नेता हैं जिन्होंने अपने करीबी रिश्तेदारों के लिए टिकट की मांग की है.

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कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (फाइल फोटो)
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (फाइल फोटो)

कर्नाटक में चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सियासी योद्धाओं ने कमर कस ली है. चुनाव आयोग की ओर से बिगुल बजते ही टिकट चाहने वालों ने अपने-अपने सियासी आकाओं की परिक्रमा करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस में भी टिकटों के लिए होड़ मची हुई है.

कांग्रेस के केंद्र और राज्य में शीर्ष नेतृत्व की ओर से साफ संदेश है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए सिर्फ एक ही चीज मायने रखेगी और वो है जीत की क्षमता. कर्नाटक में कांग्रेस के ऐसे दर्जनभर नेता हैं जिन्होंने अपने करीबी रिश्तेदारों के लिए टिकट की मांग की है.

कर्नाटक के लिए कांग्रेस महासचिव और इंचार्ज के सी वेणुगोपाल ने इंडिया टुडे से खास बातचीत में कहा, 'कई नेताओं ने अपनी संतान या रिश्तेदारों के लिए टिकट की मांग की है, लेकिन हमारी टॉप लीडरशिप पहले ही फैसला ले चुकी है कि सभी कुछ जीत की क्षमता के फैक्टर पर निर्भर करेगा. टिकट की मांग करना उनका अधिकार है लेकिन आखिरी फैसला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी या पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ही लेगी.'

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सूत्रों के मुताबिक कम से कम 20 नेताओं ने अपनी संतान या करीबी रिश्तेदारों के लिए टिकट की मांग की है. इन नेताओं में राज्य से मंत्रियों के अलावा केंद्रीय राजनीति में रहने वाले वो नेता भी हैं जिनका ताल्लुक कर्नाटक से है.

कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के एक सदस्य ने कहा, 'पार्टी अन्य फैक्टरों पर भी विचार करेगी जैसे कि जाति, समीकरण, वफादारी, कार्यकर्ता और युवा, लेकिन निर्णायक बात जीतने की क्षमता ही रहेगी. राज्यसभा चुनाव के दौरान भी पार्टी नेतृत्व ने साफ संदेश दिया था कि समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ही उम्मीदवार के तौर तरजीह दी जाएगी. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी जीतने की क्षमता को देखकर टिकट फाइनल किए जाएंगे.'

कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक कर्नाटक में रह कर हर निर्वाचन क्षेत्र के लिए संभावित उम्मीदवारों को लेकर रिपोर्ट पार्टी नेतृत्व को भेज रहे हैं. प्रदेश चुनाव समिति बेंगलुरू में इस सिलसिले में बैठक भी कर चुकी है. कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी अब 9 और 10 अप्रैल को दिल्ली में होने वाली बैठक में हर निर्वाचन क्षेत्र के हिसाब से पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पर विचार करेगी.

कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति 11 और 12 अप्रैल को होने वाली अपनी बैठक में पार्टी उम्मीदवारों के नामों को फाइनल करेगी. कर्नाटक के लिए कांग्रेस महासचिव इंचार्ज वेणुगोपाल के मुताबिक ऐसी तैयारी है कि 12 अप्रैल तक सभी उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे.

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