बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए आने वाले दिनों में मतदान होना है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधा. साथ ही उन्होंने 10 लाख नौकरियों के सवाल पर कहा कि कैबिनेट ऐसा कर ही नहीं सकती है.
बिहार चुनाव से पहले आजतक के साथ बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खास बातचीत की. तेजस्वी यादव की पार्टी के 10 लाख नौकरियां देने के वादे पर जेपी नड्डा ने कहा, 'वो सरकारी नौकरी दे ही नहीं सकते हैं. आजाद भारत में किसी भी सरकार के कैबिनेट का नोट नौकरी देने को लेकर नहीं है. उन्होंने कहा कि वो सरकारी नौकरी देंगे... दे ही नहीं सकते.'
जेपी नड्डा ने कहा, 'तेजस्वी यादव, उनके पिताजी और उनकी पार्टी को बेरोजगारी की जानकारी नहीं है. इन्होंने कहा कि पहली कैबिनेट में 10 लाख सरकारी नौकरी देंगे, लेकिन ऐसा हो ही नहीं सकता. उदाहरण के तौर पर हमेशा कैबिनेट का नोट ऐसे बनता है कि हम एक एम्स की स्थापना करेंगे और इसके निर्माण के लिए प्रदान की जानी वाली राशि बताई जाती है. वहीं इस कैबिनेट नोट के नीचे लिखा जाता है कि इसके तहत कितनी प्रत्यक्ष और कितनी अप्रत्यक्ष नौकरियां मिलेंगी.'
जेपी नड्डा ने कहा, 'रेशियो होता है. सरकार में ये तय किया जाता है. हमारे शासन में रोजगार मिलेगा. कॉलेज बनेंगे तो रोजगार आएगा. फैक्ट्री बनेगी तो रोजगार आएगा. आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी तो रोजगार आएगा. मॉल्स खुलेंगे तो रोजगार आएगा. आरजेडी ने तो सभी का यहां से पलायन करवा दिया.'
जेपी नड्डा ने कहा, 'हमने कहा कि हम 19 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे. सरकार हमेशा अवसर प्रदान करती है. माहौल पैदा करती है. बजट सत्र पूरा गुजर गया. तेजस्वी ने विधानसभा में एक साल से हिस्सा नहीं लिया. ऐसे लोगों की विश्वसनीयता क्या रहेगी.'
'गलतियों का एहसास तक नहीं'
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि जब कानून और व्यवस्था बनाए रखी जाती है तो रोजगार के अवसर बढ़ते हैं. बुनियादी ढांचे का विकास होता है और आर्थिक गतिविधियां होती हैं. आरजेडी का चरित्र पूरी तरह से विपरीत रहा है. बिहार की जनता तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी को जानती है. आरजेडी आज भी अपनी गलतियों को स्ट्रॉन्ग प्वाइंट मानती है, उन्हें अपनी गलतियों का एहसास तक नहीं है.
जेपी नड्डा ने कहा कि लालू यादव के आने के बाद बिहार में शिक्षा में बहुत गिरावट आई. सिस्टम टूटने लगे. भर्तियों में भाई-भतीजावाद हावी हो गया. सारा बिहार चारागाह बन गया और चारागाह से चारा घोटाला तक हुआ. लालू यादव की कार्यशैली में शिक्षा को महत्व नहीं दिया जाता था.
10 लाख नौकरी का वादा
बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल ने पहले चरण के मतदान से चार दिन पहले अपना घोषणापत्र जारी किया है. घोषणापत्र जारी करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि ये घोषणापत्र हमारा प्रण है. आरजेडी ने अपने मेनिफेस्टो में बिहार के बेरोजगार युवाओं के लिए 10 लाख नौकरी का वादा किया है.