बिहार विधानसभा चुनाव इस बार टी-20 नहीं बल्कि किसी टेस्ट मैच की तरह चला. जहां देर रात तक लोगों को अंतिम नतीजे का इंतजार करना पड़ा. इस चुनावी मैच में एनडीए विजेता बनकर उभरा और महागठबंधन की हार हुई. इन गठबंधनों से अलग इस बार जो पार्टी सुर्खियों में रही, वो लोक जनशक्ति पार्टी थी. चिराग पासवान ने एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ा और करीब 130 से अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे.
लोजपा के कई उम्मीदवारों में ऐसे भी प्रत्याशी थे, जो भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड से निकलकर गए थे. हालांकि, इन बागियों में से किसी को जीत नहीं मिल पाई. लोजपा ने करीब दो दर्जन ऐसे नेताओं को टिकट दिए थे. इन सीटों पर किसका क्या हाल रहा. उसपर एक नज़र डालें...
• दिनारा से राजेंद्र सिंह – नंबर दो
• सासाराम से रामेश्वर चौरसिया – नंबर तीन
• पालीगंज से उषा विद्यार्थी – नंबर तीन
• झाझा से रवींद्र यादव – नंबर चार
• जहानाबाद से इन्दू कश्यप – नंबर तीन
• घोसी से राकेश कुमार सिंह – नंबर तीन
• संदेश से श्वेता सिंह – नंबर तीन
• अमरपुर से मृणाल शेखर – नंबर तीन
• रघुनाथपुर से मनोज कुमार सिंह – नंबर दो
• जीरादेई से विनोद तिवारी – नंबर तीन
• गौड़ाबौराम से राजीव कुमार ठाकुर – नंबर तीन
• दरभंगा ग्रामीण से प्रदीप कुमार ठाकुर – नंबर तीन
• महाराजगंज से कुमार देव रंजन सिंह – नंबर तीन
• बनियापुर से तारकेश्वर सिंह – नंबर तीन
• एकमा से कामेश्वर सिंह मुन्ना – नंबर तीन
• सुगौली से विजय प्रसाद गुप्ता – नंबर तीन
• रानीगंज से परमानंद ऋषिदेव - नंबर तीन
• अररिया से चंद्रशेखर सिंह बबन – नंबर चार
• कदवा से चंद्रभूषण ठाकुर – नंबर दो
• लौकहा से प्रमोद कुमार प्रियदर्शी – नंबर तीन
• मधेपुरा से साकार सुरेश यादव – नंबर चार
• बरारी से विभाषचंद्र चौधरी – नंबर तीन
आपको बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी ने इस बार सिर्फ एक ही सीट पर जीत दर्ज की है, लेकिन करीब पचास से अधिक सीटें ऐसी हैं जहां उसने एनडीए का खेल खराब किया है. जिन दो दर्जन के करीब बागियों को टिकट दिया, उनमें से भी कोई नहीं जीता लेकिन इन सीटों पर लोजपा टॉप 4 में बनी रही.
इनमें से कई सीटें ऐसी भी रहीं, जहां लोजपा दूसरे नंबर पर थी और जदयू तीसरे नंबर पर, तो वहीं कुछ सीटों पर लोजपा तीसरे नंबर पर थी और उसकी वजह से जदयू दूसरे नंबर पर खिसक गई. माना जा रहा है कि एनडीए का कुछ वोट लोजपा के खाते में भी गया जिसके चलते ये परिणाम रहे.