जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में लंगेट सीट पर इंजीनियर रशीद के भाई को जीत मिल गई है. अपने भाई की पार्टी अवामी इत्तेहाद पार्टी (AIP) से जुड़े खुर्शीद अहमद शेख, जो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरे थे, ने इस सीट से जीत हासिल कर ली है. खुर्शीद अहमद से पहले इस सीट से उनके बडे भाई इंजीनियर रशीद, जो फिलहाल बारामुला से लोकसभा सांसद हैं, विधायक रह चुके हैं. खुर्शीद ने 25,984 वोटों के साथ जीत दर्ज की, जबकि उनके नजदीकी प्रतिद्वंदी इरफान सुल्तान को 24,382 वोट मिले. खुर्शीद ने 1,602 वोटों से जीत हासिल किया.
खुर्शीद अहमद शेख, जो पहले एक सरकारी शिक्षक थे, ने अपनी नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर चुनाव लड़ा और चुनाव जीतने में कामयाब रहे. वहीं, तीसरे स्थान पर रहे निर्दलीय उम्मीदवार जुनैद जावेद मीर को 9,125 वोट मिले, और कांग्रेस उम्मीदवार इरशाद हुसैन गनई चौथे स्थान पर रहे, जिन्हें 7,823 वोट मिले.
इंजीनियर रशीद की जेल से वापसी का असर?
इंजीनियर रशीद, जिन्हें आतंकी फंडिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था, चुनाव से पहले जमानत पर बाहर आए थे. जेल से ही लोकसभा चुनाव जीतने वाले रशीद के पोल मैनेजमेंट और इस इलाके में उनके असर का फायदा उनके भाई खुर्शीद को भी मिला. हालांकि, विपक्ष ने रशीद के खिलाफ बीजेपी के साथ गठजोड़ का आरोप जरूर लगाया था लेकिन लंगेट सीट पर यह आरोप ज्यादा असर नहीं दिखा सकी और खुर्शीद ये सीट जीतने में कामयाब रहे.
महबूबा मुफ्ती की पीडीपी को भारी नुकसान
इस बार के चुनाव में पीडीपी को बड़ा झटका लगा है. महबूबा मुफ्ती की पार्टी पांच सीटों से भी नीचे सिमटती दिख रही है, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन आसानी से बहुमत की ओर बढ़ रहा है. बीजेपी भी 29 सीटों पर जीतती नजर आ रही है, लेकिन पीडीपी की हालत बेहद खराब रही है. पीडीपी महज तीन सीटों पर सिमटती दिख रही है.
लंगेट विधानसभा सीट
लंगेट विधानसभा सीट कुपवाड़ा जिले में पड़ता है और यह बारामुला लोकसभा सीट का हिस्सा है. इस सीट पिछले कई सालों से इंजीनियर रशीद के पास थी, और अब उनके छोटे भाई खुर्शीद अहमद इसे परिवार के पास रखने में कामयाब रहे हैं. लंगेट सीट पर 1 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी और आज यानी 8 अक्टूबर को इसके नतीजे आए हैं. खुर्शीद अहमद की यह जीत आतंकी फंडिंग के आरोपों में बंद रशीद और उनके परिवार के लिए एक और राजनीतिक कामयाबी मानी जा रही है.