बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सुरक्षाबलों ने कमर कस ली है. गृह मंत्रालय (MHA) के सूत्रों ने बताया कि आज गृह मंत्रालय में एक बड़ी बैठक हुई है, जिसमें ये तय किया गया कि बिहार में करीब 1600 से अधिक अर्धसैनिक सैनिक बलों की कंपनियां भेजी जाएंगी. ये तैनाती चुनाव को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से कराने के उद्देश्य से की जा रही है.
हालांकि केंद्र सरकार ने पहले ही राज्य में 500 उन्नत प्री-पोल कंपनियां तैनात कर दी हैं. इन 500 कंपनियों में 121 कंपनियां CRPF की और लगभग 400 कंपनियां BSF की बताई जा रही हैं. बाकी कंपनियां ITBP, CISF और SSB से तय की गई हैं. कंपनियों का चुनाव पूरे देश में अलग-अलग बटालियनों की उपलब्धता के आधार पर किया गया है.
निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होगा. पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा, जबकि नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है, इसलिए समय सीमा के भीतर शांतिपूर्ण चुनाव कराना जरूरी है.
सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार ने कुल 1800 कंपनियों की मांग की थी, गृह मंत्रालय ने इस मांग के मद्देनज़र लगभग 1600 कंपनियां तैनात करने का निर्णय लिया है. CAPF कंपनियों की जिम्मेदारियों में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी, एरिया डोमिनेशन, फ्लैग मार्च, और स्थानीय पुलिस को समर्थन देना शामिल है. इन बलों का उद्देश्य मतदाताओं में सुरक्षा का विश्वास बनाना और चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखना है.
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